जबलपुर| विधानसभा में हॉर्स ट्रेडिंग के मामले में दिग्विजय सिंह के आरोपों पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने पलटवार किया है| जबलपुर में राकेश सिंह ने कहा कि बीजेपी चाहती तो चुनाव परिणाम के बाद ही जोड़तोड़ से सरकार बना सकती थी लेकिन बीजेपी की डिक्शनरी में हॉर्स ट्रेडिंग जैसा शब्द नहीं है| राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार निर्दलीय विधायकों और अपने भी विधायकों से मिल रही अंदरुनी चुनौतियों से परेशान है जिससे बचने के लिए उसे सिर्फ बीजेपी पर आरोप लगाने का ही रास्ता दिख रहा है|
राकेश सिंह ने कहा कि बीजेपी पर आरोप लगा रही कांग्रेस ने खुद विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान संविधान,मर्यादा और संसदीय परंपरा की धज्जियां उड़ाई हैं| वंदे मातरम मामले से लेकर प्रोटेम स्पीकर तक और फिर खाली मैदान देखकर सदन में वोटिंग करवाने तक संवैधानिक मर्यादा का मखौल उड़ाया है| वहीं सवर्ण आरक्षण को मोदी सरकार का ऐतिहासिक कदम बताते हुए राकेश सिंह ने कहा कि इसका बिल राज्यसभा में भी आसानी से पारित हो जाएगा | क्योंकि जो भी दल इसके खिलाफ वोटिंग करेगा उसे जनता आने वाले चुनाव में सबक सिखा देगी|
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सवर्ण आरक्षण बिल लाकर सियासी फायदा उठाने के आरोपों पर राकेश सिंह ने कहा कि सवर्ण आरक्षण को तीन राज्यों के चुनाव परिणामों के सम्बन्ध में नहीं देखा जाना चाहिए और अगर कांग्रेस इसकी इतनी ही पक्षधर थी तो उसने अपने शासनकाल में आखिर क्यों इसके लिए कोई कदम नहीं उठाया|