भोपाल/बालाघाट।
मध्य प्रदेश विधानसभा की डिप्टी स्पीकर हिना कावरे के काफिले के साथ हुई दुर्घटना के पीछे नक्सली साजिश की आशंका जताई जा रही है, वहीं प्रदेश में इस हादसे की जान की मांग भी उठी है| इस बीच पता चला है कि हादसे से कुछ दिनों पहले नक्सलियों ने उन्हें धमकी भरे दो पत्र भेजे थे, जिसमसें 14 जनवरी तक बड़ा हमला करने की बात कही गई थी। इस पत्र में नक्सलियों ने 20 लाख की रंगदारी मांगी थी| कावरे ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत भी की थी। जिसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। लेकिन, पहली नजर में ऐसा नहीं लग रहा है कि नक्सलियों ने यह चिट्ठी भेजी है। यह खत किसी असामाजिक तत्व द्वारा लिखा माना जा रहा है, हालाँकि पुलिस इस पत्र की जांच कर रही है|
हिना कावरे को धमकी भरी पहली चिट्ठी 31 दिसंबर को और दूसरी चिट्ठी 10 जनवरी को मिली थी। ये पत्र नक्सली संगठन संग्राम दल के वन प्रबंधक के नाम से लिखे गए थे। इन पत्रों के माध्यम से कांवरे से 20 लाख रुपये देने की मांग की जा रही थी। कावरे के अलावा बैहर विधायक संजय उईके को भी पत्र के माध्यम से 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी| ऐसा ना करने पर अंजाम भुगतने की भी धमकी दी गई थी। चिट्ठियां मिलने के बाद कांवरे ने इसकी शिकायत बालाघाट एसपी से भी की थी। अब पुलिस मुख्यालय ने आईजी बालाघाट को तलब किया है कि हिना की शिकायत पर क्या कार्रवाई की गई थी। चिट्ठियों के माध्यम से हिना कावरे से डिमांड की गई थी कि, साथ ही धमकी भी दी गई थी कि, अगर 14 जनवरी तक 20 लाख रुपए नहीं दिए तो 16 जनवरी आख़िरी तारीख होगी।
नक्सली संग्राम दलम के नाम से जारी इस पत्र की सत्यता की जांच की जा रही है। पुलिस अधीक्षक जयदेवन ए ने बताया कि जिस दलम के नाम से पर्चा भेज कर फिरौती मांगी गई है उस तरह का दलम बालाघाट में सक्रिय नहीं है फिर भी दो विधायकों को फिरौती वाली इस धमकी भरा पर्चा की जांच की जा रही है । हिना कावरे के साथ बीती रात जुड़े सड़क दुर्घटना के संदर्भ में एसपी का कहना था कि सड़क दुर्घटना और फिरौती वाला पत्र से फिलहाल में ऐसा कोई संबंध नहीं है। प्रथम दृष्टया सड़क दुर्घटना का मामला ट्रक चालक की लापरवाही से संदर्भित सामने आया है फिर भी मामले की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है।
नक्सलियों ने की थी पिता की हत्या
बता दें कि हिना कांवरे बालाघाट जिले की लांजी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की विधायक हैं और हाल ही में उन्हें विधानसभा उपाध्यक्ष चुना गया है| हिना कांवरे के पिता लिखीराम कांवरे की नक्सलियों ने घर में घुसकर हत्या कर दी थी। लिखीराम कांवरे उस समय दिग्विजय सिंह सरकार में परिवहन मंत्री थे। इसीलिए इस हादसे को भी नक्सली साजिश से जोड़कर देखा जा रहा है| हालाँकि यह जांच का विषय है|
हादसे में 3 पुलिसकर्मियों की मौत
गौरतलब है कि बालाघाट में रविवार रात को करीब 12 : 30 बजे एक भीषण सड़क हादसा हुआ| जब विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कावरे बालाघाट से अपने घर लौट रही थी| तभी गोदिया रोड पर सालेटेका गाँव के पास एक तेज रफ़्तार ट्रक ने उनके काफिले में शामिल फॉलो वाहन को टक्कर मार दी| टक्कर से वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया| हादसे में लांजी सब इंस्पेक्टर हर्षवर्धन सोलंकी और प्रधान आरक्षक मोहम्मद हमीद शेख की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान आरक्षक राहुल कोलार और चालक सचिन सहारे की भी मौत हो गई। इस भीषण हादसे में घायल जवानों को पहले इलाज के लिए कांवरे जिला अस्पताल बालाघाट ले जाया गया। इसके बाद तीनों को नागपुर रेफर कर दिया गया जहां दोनों घायलों की मौत हो गई। सोमवार को सुबह चारों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद बालाघाट पुलिस लाइन में लाया गया। यहां हिना कावरे ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। ड्यूटी के दौरान दुर्घटना में जान गवाने वाले तीन जवानों को शहीदों का दर्जा दिया गया है।