VIDEO : सीएम शिवराज ने गाया गाना- “ये दिल तुम्‍हारे प्‍यार का मारा है दोस्‍तों” हमीदिया कॉलेज को लेकर की ये बड़ी घोषणाएं

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CM Shivraj Singh Chouhan : आज 16 अगस्त को सीएम शिवराज सिंह चौहान शासकीय हमीदिया कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, भोपाल के स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित अमृत महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए और उन्होंने कई घोषणाएं भी की। सीएम ने ऐलान किया कि शासकीय हमीदिया महाविद्यालय का अत्याधुनिक विशाल सर्व सुविधायुक्त भवन बनेगा। एप्रोच रोड और अन्य कार्य भवन के स्थान के निर्धारण के पश्चात किए जाएंगे। वही महाविद्यालय में आवश्यकतानुसार नए संकाय भी खुलेंगे।

हमीदिया कॉलेज में पढ़ी है अनेक हस्तियां

सीएम ने आगे कहा कि आज मेरा मन, आनंद और प्रसन्नता से भरा हुआ है। हमारे कई मित्र कार्यक्रम में उपस्थित हैं मुझे आज एक गाना याद आ रहा है… ये दिल तुम्‍हारे प्‍यार का मारा है दोस्‍तों…। मेरी कई यादें अपने इस हमीदिया कॉलेज से जुड़ी हुई हैं। जिंदगी के सबसे सुखद पल स्कूल और कॉलेज के दिन ही होते हैं। जिंदगी के सबसे सुखद पल जो होते हैं, वो स्कूल और कॉलेज के दिन ही होते हैं। एक बात मैं गर्व के साथ कहता हूं कि हमीदिया कॉलेज में एक नहीं बल्कि अनेकों ऐसी हस्तियां पढ़ीं हैं जिन्होंने केवल राजनीति ही नहीं, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर मुकाम पाया है।

बड़े सपने देखों,  विश्वास रखों, जरूर पूरे होंगे

सीएम ने कहा कि  आज भी अगर कोई दोस्त दिख जाता है, तो लगता है कि दौड़कर उसे गले लगा लें।मैं अपने सभी जूनियर साथियों से कहना चाहता हूँ कि बड़े सपने देखो और उसे साकार करने में जुट जाओ, स्वयं पर विश्वास रखो, तुम्हारे सपने अवश्य पूरे होंगे।आज भोपाल के शासकीय हमीदिया कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय की स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित अमृत महोत्सव कार्यक्रम में सहभागिता की और कम्प्यूटर लैब का शुभारंभ व पुस्तकालय भवन का लोकार्पण किया। अपने लिए जिये तो क्या जिये; जीता वो है, जो देश और समाज के लिए जीता है।वो भी क्‍या अद्भुत दिन थे, आज भी याद करके मन प्रसन्‍न हो उठता है।

 

 

 

 


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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