MP News : अतिथि विद्वान नियमितीकरण को लेकर कांग्रेस ने सीएम शिवराज को घेरा, किया ये सवाल

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Congress attacked CM Shivraj : अतिथि विद्वानों के मुद्दे पर कांग्रेस ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है। कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री से सवाल पूछा है। उन्होने पूछा है कि ‘अब सीएम शिवराज की संवेदना कहां है ? आज भी महाविद्यालयीन अतिथि विद्वान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं,आर्थिक बदहाली अनिश्चित भविष्य होने के कारण, टाइगर है तो नियमित करे विद्वानों को।’

कांग्रेस विधायक ने किया सवाल

बता दें कि 2020 में कांग्रेस के सत्ता में रहते शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि विद्वानों को लेकर सरकार से सवाल किया था। उन्होने ट्वीट करते हुए कहा था कि ‘आखिर कब तक अतिथि विद्वान अपनी नियमितीकरण की बाट जोहते रहेंगे।’ वहीं एक अतिथि विद्वान संजय कुमार की आत्महत्या को लेकर कहा था कि ‘उनका परिवार अब भाजपा का परिवार है।’ इसी को लेकर कुणाल चौधरी ने कहा है कि ‘”ठीक 3 साल पहले विपक्ष में रहते हुए शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि विद्वान डॉ संजय कुमार की आत्महत्या पर कमलनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था।’ उन्होने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘कहां गई शिवराज की संवेदना ? विपक्ष में थे तो अतिथि विद्वानों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाते थे,सत्ता हथियाने के बाद अतिथि विद्वान शब्द भी मुंह से नही निकला।शिवराज की इस सरकार में दो दर्जन अतिथि विद्वान मौत को गले लगा चुके हैं।विद्वानों की लाश पर राज करना बंद करो।’

कमलनाथ का वादा

प्रदेश में अतिथि विद्वान लगातार नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं और इसे लेकर प्रदर्शन आंदोलन भी हो रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अतिथि विद्वानों से वादा किया है कि कांग्रेस की सरकार बनते ही उनकी नियमितीकरण की नोटशीट को कैबिनेट में रखा जाएगा। उन्होने कहा कि कांग्रेस ने 12 माह में ही नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। हमने महाविद्यालयीन अतिथि विद्वानों के लिए नियमितीकरण की नोटशीट बनाई। 450 नए पद क्रिएट किए, फालेन आउट की नीति बनाई थी। इसी के साथ उन्होने वादा किया कि अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो वो इस कार्रवाई को आगे बढ़ाएंगे।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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