PM Excellence College : मध्य प्रदेश 1 जुलाई से पीएम एक्सीलेंस कॉलेज खुलने जा रहे हैं। मोहन सरकार प्रदेश के हर जिले में 570 शासकीय महाविद्यालयों को पीएम एक्सीलेंस कॉलेज के रूप में विकसित करेगी। सीएम डॉ मोहन यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े कई अहम फैसले लिए, जिनमें से ये भी एक बड़ा निर्णय है।
हर ज़िले को मिलेगा पीएम एक्सीलेंस कॉलेज
मोहन यादव ने अपने पिछले कार्यकाल में शिक्षा मंत्री के रूप में भी इस क्षेत्र में कई नवाचार किए थे और मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने निर्णय लिया कि मध्य प्रदेश के हर ज़िले को पीएम एक्सीलेंस कॉलेज की सौगात मिलेगी। ये कॉलेज एक जुलाई से प्रारंभ होने जा रहे हैं और यहाँ नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई होगी। दरअसल शिक्षा मंत्री रहते हुए मोहन यादव ने एमपी में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) लागू की थी और इसके लिए तेईस सदस्यीय टास्क फ़ोर्स समिति का गठन भी किया था। उनके शिक्षा मंत्री रहते मध्य प्रदेश ऐसा पहला राज्य बना जहाँ नेशनल एजुकेशन पॉलिसी लागू की गई। इसके बाद स्नातक स्तर पर कई नए कोर्स भी शुरू किए गए और स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रोफेशनल कोर्स की भी शुरुआत हुई।
सीएम मोहन यादव का छात्रों के हित में बड़ा फैसला
अब प्रदेश के पीएम एक्सीलेंस कॉलेजों में भी सभी आधुनिक सुविधाएँ मौजूद रहेंगी और इनके इन्फ़्रास्ट्रक्चर को भी मज़बूत किया गया है। यहाँ अच्छे प्रोफ़ेसरों की नियुक्ति की गई है और छात्रों को बड़े प्राइवेट या राष्ट्रीय स्तर के कॉलेजों के समान सुविधाएँ और शिक्षा का स्तर प्राप्त होगा। प्रदेश के 570 कॉलेजों को पीएम एक्सीलेंस कॉलेज के रूप में अपग्रेड करने के लिए सरकार 460.8 करोड़ रूपए खर्च कर रही है। इन कॉलेजों में आने जाने के लिए सरकार छात्रों को बस सुविधा भी देगी जिसका किराया मात्र एक रूपए होगा। अभी तक प्रदेश में सिर्फ एक्सीलेंस स्कूल ही खोले गए थे लेकिन डॉ मोहन यादव ने सीएम बनने के बाद पहली कैबिनेट में ही निर्णय लिया कि अब इसी तर्ज पर पीएम एक्सीलेंस कॉलेज भी खोले जाएँगे ताकि गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार के बच्चों को भी बेहतरीन शिक्षा मिल सके।