भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आज रविवार यानी 13 सितंबर से मध्यप्रदेश में बरसात की गतिविधियों में और तेजी आने के आसार है, इसका असर इंदौर और आस-पास के इलाकों में रविवार सुबह से रुक-रुककर हो रही बारिश से साफ देखा जा सकता है। पिछले चौबीस घंटे में कई जिलों में झमाझम बारिश हुई है और मौसम विभाग (Weather Department) ने आज रविवार को भी येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट (Heavy rain alert) जारी कर करीब 10 संभागों के जिलों में कही कही गरज-चमक के साथ बिजली चमकने/गिरने की आशंका जताई है। वही तेज हवाओं के चलने की भी संभावना है।
मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी में रविवार से कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। मानसून द्रोणिका सागर से होकर गुजर रही है। एक द्रोणिका (ट्रफ) उत्तरी महाराष्ट्र से केरल कोस्ट तक बनी हुई है। इन तीन सिस्टम के सक्रिय रहने से प्रदेश में कुछ स्थानों पर बरसात हो रही है। 13 सितंबर को बंगाल की खाड़ी (BAY OF BENGAL) से कम दबाव के क्षेत्र के आगे बढ़ने की संभावना है। इसके बाद प्रदेश के कई स्थानों पर झमाझम बरसात का दौर शुरू होने के आसार हैं।सोमवार-मंगलवार को प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्र में अच्छी बारिश होने की संभावना है।
पिछले चौबीस घंटे में यहां हुई बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के शनिवार सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक धार में 36, उज्जैन में 30, जबलपुर में 4.4, इंदौर में तीन, पचमढ़ी और बैतूल में दो, रतलाम में एक मिलीमीटर बारिश हुई।
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
इंदौर, उज्जैन, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, खरगोन, बुरहानपुर, बैतूल, सिवनी, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा
इन 10 संभागों के जिलों गरज-चमक के साथ बारिश और बिजली
मौसम विभाग ने भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, शहडोल, जबलपुर, सागर, रीवा, ग्वालियर-चंबल संभागों के जिलो में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
क्या कहता है मौसम विभाग
भारतीय मौसम विभाग ने 13 सितंबर से अगले तीन-चार दिनों तक कुछ राज्यों में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। विभाग की माने तो बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, विदर्भ, के अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। वही स्कायमेट वेदर के अनुसार सिस्टम के चलते 14 और 15 सितंबर को महाराष्ट्र तथा पश्चिमी मध्य प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है। इस सिस्टम का प्रभाव उत्तरी मध्य प्रदेश और दिल्ली में 16 से 18 सितंबर के भी प्रभाव हो सकता है। 13 से 18 सितंबर के बीच मध्य भारत के राज्यों पर इसका प्रभाव रहेगा। मध्य भारत के महाराष्ट्र के मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण गोवा, मध्य प्रदेश, गुजरात और पूर्वी राजस्थान तक यह मॉनसून को सक्रिय करेगा।
अबतक अतिवृष्टि और बाढ़ से 9 हजार 500 करोड़ हानि
सितंबर के पहले सप्ताह में प्रदेश में भारी बारिश हुई थी, जिसकी वजह से सीहोर, रायसेन होशंगाबाद जैसे जिलों में बाढ़ आ गई थी। बढ़ते जलस्तर की वजह से नर्मदा डैम को भी खोल दिया गया था।सरकारी आंकडों के अनुसार, प्रदेश में अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण प्रारंभिक आकलन के अनुसार लगभग 9 हजार 500 करोड़ की हानि हुई है। प्रदेश में फसलें, मकान, पशु हानि के साथ-साथ सड़कों तथा अधोसंरचना को हुई क्षति के कारण व्यवस्थाएं प्रभावित हुईं। इस स्थिति में लोगों को अपने घरों से रेस्क्यू कर राहत शिविरों में पहुंचाया गया। सर्वे कार्य निरंतर जारी है और अधिक नुकसान की स्थिति भी सामने आ सकती है। राज्य सरकार ने प्रभावित लोगों को अधिकाधिक सहायता दी है। आगे भी राहत पहुँचाने में की बात कही गई है।
बारिश का रिकॉर्ड Rainfall dt 13.09.2020
(Past 24 hours)
Shajapur 32.0
Ujjain 59.0
Chindwara 20.0
Indore 4.3
Jabalpur 4.4
Pachmarhi 5.8
Betul 2.2
Ratlam 26.0
Seoni 34.4
Narsinghpur 1.0
Dhar 36.1mm