Parliament : पीएम मोदी ने कहा 2004 तक का दशक कहलाएगा ‘द लॉस्ट डेकेड,’ 2030 होगा ‘इंडियाज़ डेकेड’

PM  Narendra Modi Parliament Speech : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरूआत में कहा कि उनका भाषण दूरदर्शी और ऐतिहासिक है। उन्होने भाषण के कुछ बिंदुओं को रेखांकित करते हुए कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर किसी को आपत्ति नहीं है और किसी ने भी इसकी आलोचना नहीं की। इसे पूरे सदन की स्वीकृति मिली है। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने सरकार की उपलब्धियां गिनाई और विपक्ष पर निशाना भी साधा।

राष्ट्रपति के प्रति जताया आभार

पीएम मोदी ने कहा कि ‘मैं राष्ट्रपति जी का धन्यवाद और अभिनंदन करता हूं। राष्ट्रपति महोदया ने आदिवासी समाज का गौरव तो बढ़ाया ही है लेकिन आज आजादी के इतने सालों बाद आदिवासी समाज में जो गौरव की अनुभूति हो रही है, उनका जो आत्मविश्वास बढ़ा है और इसके लिए ये सदन भी और देश भी उनका आभारी होगा। राष्ट्रपति जी के भाषण में संकल्प से सिद्धि तक का बहुत बढ़िया खाका खींचा गया। यहां सभी माननीय सदस्यों ने चर्चा में हिस्सा लिया। हर किसी ने अपने आंकड़े और तर्क दिए और अपनी रूचि, प्रवृत्ति, प्रकृति के अनुसार सबने अपनी बातें रखी। जब इन बातों को गौर से सुनते हैं, उसे समझने का प्रयास करते हैं तो ये भी ध्यान में आता है कि किसकी कितनी क्षमता है, किसकी कितनी योग्यता, समझ और किसका क्या इरादा है। देश भलीभांति तरीके से उनका मूल्यांकन करता हैं।’


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।