भोपाल।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की कमलनाथ सरकार से मांग की है कि मृतक दलित धनप्रसाद अहिरवार की बेटी पूजा अहिरवार को सरकारी नौकरी दी जाए और 25 लाख रुपए की परिवार को आर्थिक मदद की जाए। मैं कमलनाथ जी से पूछता हूं कि क्या धनप्रसाद अहिरवार के हत्यारों पर इसलिए हाथ नहीं डाला गया, क्योंकि वे एक समुदाय विशेष के लोग थे? आखिर क्यों आपकी सरकार तक इन गरीब दलितों की आवाज नहीं पहुंची?
दरअसल, मंगलवार को सागर पहुंचे शिवराज ने सभा को संबोधिक करते हुए कहा कि बेरहमी से स्व. धनप्रसाद अहिरवार की हत्या असामाजिक तत्वों ने की और सरकार ने इसकी अनदेखी की, यह बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है।स्वयं को दलितों के हितैषी कहने वाले कांग्रेसी वास्तव में दलितविरोधी हैं, जनता भी यह जान गई है। स्व. धनप्रसाद अहिरवार का परिवार अब मध्यप्रदेश का परिवार है। उनके न्याय की लड़ाई अब हम लड़ेंगे और दोषियों को कड़ी सज़ा दिलवाकर ही चैन लेंगे।
शिवराज ने आगे कहा कि दलितों के साथ हुए अन्याय के दस्तावेज को मैडम सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी को भेज रहा हूं। आप तीनों में जरा भी नैतिकता हो, तो सागर की धरती पर पूजा बेटी की तकलीफ़ को जानने और कमलनाथ जी से जवाब मांगने आओ। अन्याय की अति हो गई है, हम इसे सहन नहीं करेंगे।दलित दूल्हे को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया,पानी मांगने पर पेशाब पिलाया, रेप का विरोध करने पर नाबालिग को जिंदा जला दिया; दलितों के साथ अन्याय की यह फेहरिस्त बहुत लंबी है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और हम मैडम सोनिया से इसका जवाब मांगते हैं।