भोपाल। भोपाल लोकसभा सीट के बाद प्रदेश की दूसरी सबसे हाई प्रोफाइल सीट है छिंदवाड़ा। इस सीट पर भी सभी को उम्मीदवारों के ऐलान का इंतजार है। बीजेपी इस सीट पर मनमोहन शाह बट्टी को मैदान में उतारना चाहती है। बट्टी अभी गोंगपा से अलग हुए धड़े भारत गोंडवाना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। बट्टी का नाम पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगे किया है। लेकिन स्थानीय स्तर पर बट्टी को लेकर कार्यकर्ताओं में विरोध है।
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री ने छिंदवाड़ा चुनाव प्रबंध समिति के साथ बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने मनमोहन बट्टी का नाम सामने रखा। शिवराज के मंशा जाहिर करते ही छिंदवाड़ा के स्थानीय नेता बिखर गए और उन्होंने वहीं मोर्चा खोल दिया। छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र प्रबंध समिति में शामिल नेताओं एवं जिला पदाधिकारियों ने पार्टी के बजाए बाहरी व्यक्ति को टिकट देने का विरोध किया। बंटी साहू छिंदवाड़ा जिला भाजपा के पदाधिकारी हैं। क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ है। ऐसा माना जा रहा है कि बट्टी को टिकट मिलने की राह में वह रोड़ा बन सकते हैं।
शिवराज ने कहा बट्टी के नाम और छिंदवाड़ा के स्थानीय नेताओं की बात केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखेंगी। उन्होंने कहा कि स्थनीय कार्यकर्ताओं की मांग है कि किसी लोकर लीडर को ही उम्मीदवार घोषित किया जाए। इसलिए पार्टी नेतृत्व के सामने ये बात रखेंगे।
क्या है बट्टी को लड़ाने के पीछे की सियासत
भाजपा का मानना है कि आदिवासी बहुल जिले छिंदवाड़ा से किसी आदिवासी नेा को ही मैदान में उतारा जाए। यहां से कांग्रेस के टिकट पर मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र नकुल नाथ चुनाव लड़ने जा रहे हैं। ऐसे में पार्टी के पास उनके सामने मजबूत उम्मीदवार नहीं है। पूर्व मंत्री चौधरी चंद्रभान सिंह भी दावेदार बताए जा रहे हैं, लेकिन वे इस सीट से लगातार चुनाव हार चुके हैं। ऐसे में वे फिर चुनाव लड़ने के अच्छुक नहीं है। छिंदवाड़ा सहित इस आदिवासी बेल्ट में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का अच्छा प्रभाव है।