भोपाल।
मध्य प्रदेश विधानसभा सत्र के दूसरे दिन आज जमकर हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही प्रोटेम स्पीकर ने बिना वोटिंग के ध्वनिमत के आधार पर एनपी प्रजापति को स्पीकर घोषित कर दिया। जिसका भाजपा के विधायकों ने विरोध किया और वेल में आकर जमकर नारेबाजी की। इसके बाद वोटिंग की गई और प्रजापति को 120 वोट मिले। इस दौरान बीजेपी अनुपस्थित रही और प्रोटेम स्पीकर ने प्रजापति को विधानसभा अध्यक्ष घोषित कर दिया। वही भाजपा विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। विपक्ष के विधायकों ने राजभवन तक पैदल मार्च निकला और जहाँ वे राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे।
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने कांग्रेस पर लोकतंत्र की हत्या के आरोप लगाए और इसे इतिहास का काला दिन बताया। प्रोटेम स्पीकर के फैसले के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज का दिन लोकतंत्र के लिए काला दिन है। सदन से वॉकआउट करने के बाद शिवराज ने आरोप लगाया कि हमारे प्रत्याशी विजय शाह के नाम को प्रस्तावित करने का अवसर नहीं दिया गया। शिवराज ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से इस्तीफे की मांग की है। विरोध में भाजपा विधायकों ने विधानसभा से राजभवन तक पैदल मार्च निकाला और राजभवन पहुंचे। यहां वे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर इसकी शिकायत करेंगे। भाजपा के मुताबिक राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर स्पीकर के लिए चुनाव कराने की मांग की जाएगी। भाजपा ने कहा कि वे राज्यपाल द्वारा अधिकृत व्यक्ति को भेजकर फिर से चुनाव कराने के मांग करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एनपी प्रजापति का चुनाव असंवैधानिक है। सदन में नियमों को ताक पर रखकर उनके नाम की घोषणा की गई। वे राज्यपाल से मिलकर दोबारा चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं।
बीजेपी लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन बर्दाश्त नहीं करेगी : शिवराज
शिवराज ने कहा कि विधानसभा की कार्यवाही का पहला दिन प्रदेश के विधायी इतिहास का काला दिन रहा। सत्ता पक्ष द्वारा सदन में लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ाई गईं। विधानसभा अध्यक्ष की निर्वाचन प्रक्रिया में नियमों एवं संसदीय परंपराओं को ताक पर रख दिया गया। हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं।उन्होंने कहा कि विधानसभा में सत्ता पक्ष द्वारा किये गये असंसदीय आचरण और अध्यक्ष के चुनाव में नियमों की धज्जियां उड़ाए जाने पर इसके विरोध में हम पैदल मार्च करते हुए राज्यपाल महोदया को ज्ञापन सौंपने जा रहे हैं। किसी भी दशा में बीजेपी लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन बर्दाश्त नहीं करेगी।