उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। Ujjain News:- आजकल के दौर में मोबाईल गेम किशोरों और बच्चो के बीच किसी खेल से अधिक लत बन चुकी है। कई ऐसे मामले सामने आए है, जिसमें गेम की लत में गुमराह बच्चों ने गलत कदम उठाया। ऐसा ही किस्सा मंगलवार को उज्जैन से आया है। जहां एक आठवीं क्लास बच्चा अपने घर से भगा जाता है। दरअसल, मामला यह है की जब बच्चे की मां ने अपने बेटे के फोन से गेम डिलीट करवाया, तो 55 किलोमीटर साईकल चला कर 13 वर्षीय बालक उज्जैन से इंदौर पहुंच गया।
यह भी पढ़े… MP पंचायत चुनाव: पहली बार बिजावर नगर परिषद के 4 बीजेपी पार्षद चुने गए निर्विरोध, जाने
जब पुलिस उस तक पहुंची। पुलिस द्वारा बच्चे को हिरासत में लेने के बाद बच्चे ने बताया कि “वो मुम्बई जा रहा है उसे गेम डेवलपर बनना है।” यह घटना मंगलवार की जब मां ने बच्चे के फोन से गेम डिलीट करवाया। फिर क्या वह cycle से मेन रोड पर पहुंचा, जहां उसकी बस आने वाली थी। मां भी पैदल बच्चे के पीछे गई लेकिन वो अपने बच्चे को ना पाकर परेशान हो गई। जब बात पुलिस तक पहुंची तो पुलिसवालों ने सीसीटीवी फुटेज देखा, जिसमें इंदौर की तरफ cycle से जाते बच्चे को देखा गया। फिर पुलिस अपनी जांच में जुट गई और 8वीं क्लास के बच्चे को ढूंढते हुए मारिमत चौक पर पहुंची, जहां उन्हें बच्चे को खोज निकाला। बता दें की बच्चा घर से फोन लेकर भागा था, जिसे ट्रेस करते हुए पुलिस उस तक पहुंच पाई। जब पुलिस वालों ने पूछ ताछ की तो बच्चे ने कहा की वो गेम डेवेलपर बनना चाहता है, इसलिए वो मुंबई जा रहा था।