भोपाल। भाजपा में भोपाल लोकसभा सीट से प्रत्याशी को लेकर मंथन चल रहा है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि भोपाल लोकसभा क्षेत्र के लिए किसी पूर्व मुख्यमंत्री को चुनाव लड़वाने की जरूरत नहीं है, बल्कि सांसद आलोक संजर ही कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह को चुनाव हरा सकता है। दिग्विजय भाजपा के लिए चुनौती नहीं है। भारती ने कहा कि पूर्व सीएम होना कोई चुनाव जीतने की गारंटी नहीं है।
उन्होंने सिलसिलेवार ट्विट कर कहा कि, अभी-अभी मैंने टीवी पर देखा कि दिग्विजय जी कह रहे हैं, मोदी जी भोपाल से लड़ने की चुनौती स्वीकार करें। यह बात हास्यास्पद है। वह जब मुख्यमंत्री थे तब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह जी सतना में बीएसपी के कुश्वाहा से हारे थे, फिर उसके बाद होशंगाबाद से भाजपा के सरताज सिंह जी से चुनाव हारे थे। जब दिग्विजय सिंह जी और अर्जुन सिंह जी मिलकर के कुश्वाहा और सरताज का मुकाबला नहीं कर सके, तो यहां आलोक संजर जी का मुकाबला भी दिग्विजय सिंह जी नहीं कर पाएंगे। दिग्विजय सिंह जी को हराने के लिए किसी बड़े नेता को भेजने की जरूरत नहीं है। भोपाल की जनता, बीजेपी के साधारण कार्यकर्ता के माध्यम से भी उनको चुनाव हराएगी।
गौरतलब है कि बीजेपी ने अभी तक भोपाल सीट पर उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। जिससे कार्यकर्ताओं में बैचेनी बढ़ती जा रही है। यही नहीं, लगातार एक बाद एक नए दावेदारोंं के नाम भी सामने आ रहे हैं। दिग्गी के नाम की घोषणा से पहले बीजेपी की ओर से संजर और आलोक शर्मा का ही नाम सामने था। लेकिन कांग्रेस के ऐलान के बाद से बीजेपी का थिंक टैंक भी इस सीट पर किसी बड़े चेहरा को उतारना चाहता है। जिससे मुकाबला टक्कर का हो सके। इसलिए पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को पार्टी उतारने का मन बना रही है। उनके अलावा कैलाश विजयवर्गीय भी दिग्गी के खिलाफ लड़ने के लिए ताल ठोक चुके हैं। लेकिन बंगाल का प्रभार होने का कारण पार्टी उन्हें टिकट नहीं देगी। वहीं, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने भी इस सीट पर अपनी दावेदारी पेश की है।