भोपाल। मध्य प्रदेश में भोपाल लोकसभा सीट सबसे अधिक चर्चा में है। यहां से कांग्रेस उम्मीदवार और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी ने अभी तक उनके खिलाफ उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वह भोपाल में दिग्गी के खिलाफ प्रचार करेंगी और जनता को 2003 से पहले के दिन याद दिलाएंगी। ऐसा पहली बार होगा जब दो पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव में एक दूरसे के खिलाफ मैदान में नजर आएंगे।
केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने गुरूवार को सिलसिलेवार कई ट्विट कर दिग्विजय सिंह पर पलटवार किया। उन्होंने लिखा कि, ‘मैंने खबर देखी कि दिग्विजय सिंह जी के पुत्र एवं मेरे भतीजे जयवर्धन सिंह ने मुझे भोपाल से दिग्विजय सिंह जी के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। उन्हें तो बीजेपी का कोई भी कार्यकर्ता भोपाल में ही चुनाव हरा देगा। इसलिए मैं भोपाल चुनाव लड़ने नहीं पर चुनाव प्रचार करने जरूर आउंगी एवं भोपाल की जनता को दिग्विजय सिंह जी की इन बातों का स्मरण कराउंगी। मैंने भोपाल शहर के पेयजल संकट निवारण के लिए नर्मदा का पानी लाने की घोषणा की थी एवं भोपाल का सांसद रहते हुए इसकी तैयारी भी करवा ली थी तथा प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने भी नर्मदा सागर बांध की स्वीकृति देते समय इसका प्रावधान कर दिया था। उस समय पर इस योजना को असंभव बताते हुए दिग्विजय सिंह जी ने इस योजना की खिल्ली उड़ाई थी। वो उस समय मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब भी उन्होंने इस योजना को लाने में रुकावटें खड़ी की थीं। फिर जब मैं 2003 दिसंबर में मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी तब हमारे पहले कैबिनेट का प्रस्ताव भोपाल में नर्मदा का जल लाने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली। दिग्विजय सिंह जी के मुख्यमंत्री रहते हुए 40,000 हजार गरीब दैनिक वेतन भोगियों को एक झटके में निकाल दिया था जिसमें भोपाल के भी हजारों दैनिक वेतन भोगी थे। उन सबको भी मैंने अपनी पहली कैबिनेट में बहाल किया था। जब मैंने भोपाल एयपोर्ट का नाम भोपाल की जगह भोजपाल करवाया था तो उस कार्यक्रम में स्वीकृति देने के बावजूद भी दिग्विजय सिंह जी नहीं आए थे, क्योंकि वो इस बात से प्रसन्न नहीं थे। भोपाल का अपमान करने में एवं भोपाल की प्रगति रोकने में दिग्विजय सिंह जी ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। यह तो बहुत अच्छा हुआ कि भोपाल की जनता के साथ इतना अन्याय करने वाले अब जनता के दरबार में पेश हो जाएंगे तथा अब भोपाल संसदीय क्षेत्र के नागरिक प्रचंड मतों से उन्हें हराकर अपना बदला चुकाएंगे।’
गौरतलब है कि दो दिन पहले दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह ने अपने पिता के खिलाफ उमा तो चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी। जिस पर पलटवार करते हुए उन्होंने आज सोशल मीडया पर मोर्चा खोल दिया और भोपाल में दिग्गी के खिलाफ चुनाव प्रचार करने का ऐलान कर दिया।
मैंने ऊपर के ट्वीट में श्री @digvijaya_28 जी के पुत्र जयवर्धन को गलती से राजवर्धन लिख दिया है।
— Chowkidar Uma Bharti (@umasribharti) 28 March 2019