विधानसभा में हंगामा, कमलनाथ ने कर डाली इस दिवस को श्रद्धांजलि देने की मांग

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। दरअसल सरकार द्वारा 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश समाप्त करने को लेकर कांग्रेस भड़क गई और कमलनाथ ने आदिवासी दिवस को ही श्रद्धांजलि देने की मांग कर डाली।

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मानसून सत्र की शुरुआत विधानसभा के वर्तमान व पूर्व सदस्य रहे व अन्य गणमान्य व्यक्तियों को श्रद्धांजलि देने की मान्य परंपरा से शुरू होनी थी, लेकिन इसके पहले ही कांग्रेस के आदिवासी विधायक और पूर्व मंत्री बाला बच्चन व विजय लक्ष्मी साधो ने हंगामा कर दिया। उन्होंने सरकार पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप लगाया। दरअसल कमलनाथ सरकार द्वारा विश्व आदिवासी दिवस पर घोषित किये गये 9 अगस्त के अवकाश को सरकार ने सामान्य अवकाश की जगह ऐच्छिक अवकाश में बदल दिया था जिसे लेकर कांग्रेस विरोध कर रही थी। कांग्रेस के विरोध के जवाब में संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि निधन की सूची में कलावती भूरिया का भी उल्लेख है जो कान्ग्रेस की ही आदिवासी विधायक थी और कांग्रेस को यह बातें किसी अन्य फोरम पर उठानी चाहिए। लेकिन कांग्रेस के सदस्य नहीं माने और गर्भगृह में प्रवेश कर नारेबाजी करने लगे और इसके बाद वे सदन से बहिर्गमन कर गए।

इसके बाद नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने कहा कि आदिवासी दिवस पर गहरा आक्रोश दिख रहा है और मैं चाहता हूं कि यह जो आदिवासी दिवस समाप्त किया गया है मैं उसे भी श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहता हूं। इस पर संसदीय कार्य मंत्री ने उन पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि क्या कोई आदिवासी दिवस को समाप्त कर सकता है! मुख्यमंत्री ने भी कहा कि मैं दुख के साथ कहना चाहता हूं कि कांग्रेस श्रद्धांजलि में राजनीति कर रही है। इस बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व मूल निवासी दिवस आज है और आज ऐच्छिक अवकाश भी है। 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजाति गौरव दिवस मनाएंगे। अवकाश भी रहेगा। आदिवासियों के कल्याण में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने आदिवासियों के हित में किए गए सरकार के कामों को भी बताया। इसके बाद सदन में कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग हुआ जिन्हें कल ही एक पुस्तक के माध्यम से असंसदीय घोषित किया गया था और बाद में जिन्हें फिर अध्यक्ष ने विलोपित कराया। इसके बाद कमलनाथ ने दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी, मौन रखा गया और कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित हो गई।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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