भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव (By-elections in 28 assembly seats) के बाद नगरीय निकाय चुनाव (Urban bodies election) और पंचायत चुनाव (Panchayat Election) की तैयारियां जोरों पर है। एक तरफ जहां कोरोना के एक और लहर की आशंका जताई जा रही है। वहीं दूसरी तरफ राज्य निर्वाचन आयोग (State election commission) प्रदेश में संक्रमणरहित नगरीय निकाय चुनाव कराने के लिए बड़ी तैयारियां कर रहा है। विधानसभा उपचुनाव की तरह नगरीय निकाय चुनाव में भी कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) सहित अन्य सावधानियों का पालन किया जाएगा। इसके साथ ही मतदान केंद्रों (Polling stations) की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। जिसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों से मतदान केंद्रों के संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
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दरअसल राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों को निर्देश जारी करते हुए उनसे मतदाताओं और मतदान केंद्रों के डेटा (Data) की मांग की है। इसके साथ ही साथ पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनाव में कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक ही वोटरों और बूथ की संख्या बताने को कहा गया है। जानकारी के मुताबिक इस बार बूथों की संख्या 5000 बढ़ने की संभावना है। जिसके बाद प्रदेश में कुल 22 हजार मतदान केंद्र नगरीय निकाय चुनाव के लिए बनाए जाएंगे।
वहीं पिछले आंकड़ों की बात करे तो नगरीय निकाय चुनाव में पूरे प्रदेश में 16,918 मतदान केंद्र बनाए गए थे जबकि पंचायत चुनाव में इसकी संख्या 67,082 थी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इन दोनों चुनाव को मिलाकर 10,000 से अधिक बूथ और बनाए जा सकते हैं। इसके साथ ही नगरीय निकाय चुनाव में यह निर्देश जारी किए गए हैं कि एक बूथ पर ज्यादा से ज्यादा 1000 वोटर ही मौजूद रहेंगे। वही एक मतदान केंद्र पर चार-पांच अधिकारी रहते हैं। जिसके बाद अधिक बूथ बनाए जाने पर कर्मचारियों की संख्या में भी वृद्धि की जाएगी।
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बता दें कि इससे पहले 18 नगर परिषदों के लिए मतदाता सूची की वार्षिक पुनरीक्षण कार्यक्रम को भी जारी किया गया था। यह मतदाता सूची 1 जनवरी 2020 की स्थिति में तैयार की जाएगी। मतदाता सूची पुनरीक्षण आपत्ति केंद्र पर 21 से 28 नवंबर तक दावे किए जा सकते हैं। जबकि आपत्तियों का निराकरण 5 दिसंबर तक किया जा सकता है। वहीं मतदाता सूची का नगरपालिका बोर्ड पर प्रकाशन 12 दिसंबर को किया जाएगा।