भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरूआत मंगलवार को हुई। सात दिवसीय सत्र के पहले दिन सदन में गत दिनों दिवंगत हुए राजनेताओं को श्रद्धांजलि दी गई और इसके बाद सदन की कार्यवाही बुधवार को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। यह सत्र आगामी 23 दिसम्बर तक चलेगा, जिसमें सदन की कुल पांच बैठकें होंगी।
मध्यप्रदेश विधानसभा में मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने दिवंगतों को श्रद्धांजलि देते हुए शीतकालीन सत्र की शुरुआत की। इस दौरान प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और लगातार दस बार विधानसभा के सदस्य रहे बाबूलाल गौर, पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, एस. जयपाल रेड्डी, डॉ. जगन्नाथ मिश्र, राम जेठमलानी, विधानसभा के पूर्व सदस्य लक्ष्मीनारायण नायक, मेहरबान सिंह रावत, राज बहादुर सिंह और देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टी.एन. शेषन को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने दिवंगतों के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सदन के नेता और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी और अपनी पार्टी की तरफ से दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जबकि भाजपा की तरफ से नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिवंगतों के राजनीतिक जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये। इसके बाद दिवंगतों के सम्मान में सदन में दो मिनट का मौन रखने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
बता दें कि यह मध्यप्रदेश की 15वीं विधानसभा का चौथा सत्र है। इस सात दिवसीय सत्र में कुल पांच बैठकें होंगी। विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह के अनुसार शीतकालीन सत्र में प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा 2125 प्रश्न पूछे जाएंगे, जबकि ध्यानाकार्षण की 300 सूचनाएं सदन में रखी जाएंगी। इसके अलावा स्थगन प्रस्ताव के 20, अशासकीय संकल्प की 22, शासकीय विधेयकों की पांच और शून्यकाल की 93 सूचनाएं सदन में पढ़ी जाएंगी।