Heartbreak Insurance : दिल टूटने पर मिलने लगे पैसे तो क्या होगा आपका रिएक्शन, ये है हार्ट ब्रेक इंश्योरेंस

Heartbreak Insurance : आपने अब तक लाइफ इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस, कार बाइक इंश्योरेंस के बारे में तो सुना होगा..लेकिन क्या कभी ये सुना है कि दिल टूटने का भी इंश्योरेंस होता है। आज हम आपको हार्टब्रेक इंश्योरेंस के बारे में बताने जा रहे हैं। ये बात सुनने में कुछ नवाचार की तरह लगती है और कम से कम इसमें ये गारंटी तो है कि दिल टूटने के बाद आपकी जेब जरूर भर जाएगी।

दरअसल प्रतीक आर्यन नाम के एक शख्स ने इस बारे में ट्विटर पर अपना अनुभव साझा किया है। उसने लिखा है कि जब वो और उसकी गर्लफ्रेंड रिलेशनशिप में आए तो उन्होने ये जॉइंट फंड बनाया था। इसमें दोनों पार्टनर हर महीने 500 रूपये जमा करते थे। आर्यन ने लिखा है कि ‘मुझे 25000 रुपये मिले क्योंकि मेरी प्रेमिका ने मुझे धोखा दिया। जब हमारा रिश्ता शुरू हुआ तो हमने रिश्ते के दौरान एक संयुक्त खाते में प्रत्येक मासिक 500 रुपये जमा किए और एक नीति बनाई कि जो भी धोखा देगा, वह सारे पैसे लेकर चला जाएगा। वह है हार्टब्रेक इंश्योरेंस फंड (HIF)।’ इसके आगे वो लिखते हैं ‘रिलेशनशिप्स में ‘हार्टब्रेक इंश्योरेंस फंड’ में निवेश बाजार और रिलेशनशिप लॉयल्टी रिस्क के अधीन है। प्यार से जुड़े सभी कमिटमेंट सोच-समझकर करें।’

इस पोस्ट पर अब लोगों के तरह तरह के कमेंट्स आ रहे हैं। एक यूजर ने लिखा है ‘सावधान रहें सुरक्षित रहें’ तो दूसरा लिख रहा है ‘क्या कीजिएगा इतनी धनराशि का’ जिसके जवाब में प्रतीक ने लिखा है ‘अगले रिलेशनशिप में इन्वेस्ट करने का सोच रहा हूं।’ इस तरह इस निजी हार्टब्रेक इंश्योरेंस वाले मामले ने इस क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों को नया आइडिया दे दिया है। इन दिनों जिस तरह से रिश्ते ज़रा ज़रा सी बात पर और कम वक्त में टूट रहे हैं..ये एक इनोवेटिव पॉलिसी हो सकती है। बहरहाल..ये पोस्ट अब वायरल है और लोग इसपर काफी मजेदार प्रतिक्रिया दे रहे हैं।  हार्टब्रेक इंश्योरेंस एक कमाल का आइडिया है और यहां ये तसल्ली तो मिल ही सकती है कि दिल टूटने के बाद कम से कम जेब खाली न हो। अगर इस तरह के इंश्योरेंस चलन में आ जाए तो यकीनन काफी पॉपुलर होंगे।

https://twitter.com/Prateek_Aaryan/status/1636009507238346753?s=20


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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