नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। आज विश्व भर में world refugee day के तौर पर मनाया जाता है। रेफ्यूजी (refugee) का अर्थ होता है शरणार्थी। 4 दिसम्बर 2000 में यूनाइटेड नेशन्स जनरल असेम्बली (united nations general assembly) ने 55/76 रिजल्यूशन (resolution) में तय किया था कि अब से 20 जून को हर वर्ष world refugee day के तौर पर मनाया जाएगा। इस रिजल्यूशन में जनरल असेम्बली ने जाना कि 2001 वो साल है जब 1951 के स्टेटस ऑफ रेफ्यूजी कन्वेंशन को 50 साल पूरे हो रहे हैं। इस दिन को सभी शरणार्थियों के सम्मान में, उनके बारे में जागरूकता फैलाने और उन्हें हर तरह से मदद करने के लिए मनाया जाता है।
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वर्ष 2001 से अब तक करीब 100 देशों ने world refugee day को मनाने की प्रथा चालू की है। यूनाइटेड नेशन्स हाई कमिश्नर फॉर रेफ्यूजी ने #WithRefugees पेटिशन की शुरुआत की थी ताकी दुनिया को शरणार्थियों को लिए एकजुटता का संदेश दिया जा सके और सरकारों को शरणार्थियों के हक में सोचने के लिए काम किया जाए। आइए शरणार्थियों के बारे में जानते है कुछ दिलचस्प फैक्स्ट्स:
● यूनाइटेड नेशन्स हाई कमिश्नर फॉर रेफ्यूजी के आंकड़ों के अनुसार हर वर्ष करीब 65.3 मिलियन लोग जबरदस्ती अपने घर से विस्थापित किये जाते हैं।
● औसतन 42,500 लोग हर दिन अपना घर छोड़ कर अपने ही देश में संरक्षित रहने के लिए जतन करते हैं।
● सीरिया में हुए सिविल वॉर में आज तक का सबसे दर्दनाक विस्थापन हुआ है।
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● दुनिया के 86% शरणार्थियों को विकासशील देश शरण देते हैं।
● 2016 के रियो ओलंपिक्स में दुनिया मे पहली बार एक रेफ्यूजी टीम ने हिस्सा लिया था।