Gond Katira: नीम, बबूल और कीकर जैसे पेड़ों से प्राप्त चिपचिपा पदार्थ, गोंद कतीरा, न केवल गर्मियों में ठंडक प्रदान करता है, बल्कि पाचन तंत्र को भी दुरुस्त रखने में मददगार है। यह एसिडिटी, डायरिया जैसी पाचन समस्याओं से राहत दिलाता है और लू से बचाव में भी कारगर है। लेकिन, अधिकांश लोगों को इसके सेवन का सही तरीका पता नहीं होता। गर्मियों के मौसम में लू से बचाव और शरीर को ठंडा रखना एक चुनौती बन जाता है। ऐसे में, गोंद कतीरा एक प्राकृतिक उपहार है जो न सिर्फ आपको ठंडा रखने में मदद करता है, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है। लेकिन, अधिकांश लोगों को इसके सेवन का सही तरीका पता नहीं होता।
क्या होता है गोंद कतीरा
गोंद कतीरा, जो ट्रागाकैंथ पौधे से प्राप्त होता है, गर्मियों में ठंडक और सर्दियों में गर्मी प्रदान करने वाला एक अद्भुत पदार्थ है। यह क्रिस्टल जैसा दिखता है और पानी में घुलने पर नरम, चिपचिपा और जेली जैसा बन जाता है। गर्मियों में इस तरह खाएं गोंद कतीरा। गोंद कतीरा को रात भर पानी में भिगोकर रखा जाता है। सुबह, छानकर ठंडा पानी पिया जाता है। यह शरीर को ठंडा रखने और लू से बचाने में मदद करता है। इसे दूध, शरबत या फलों के रस में भी मिलाया जा सकता है।
गोंद कतीरा के फायदे
गर्मियों में गोंद कतीरा का सेवन शरीर को ठंडा रखने और लू से बचाने में मदद करता है। यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है, कब्ज से राहत देता है, और पेट के अल्सर को ठीक करने में भी मदद करता है। गोंद कतीरा भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है, जिससे वजन घटाने में सहायता मिलती है। गोंद कतीरा विटामिन और खनिजों से भरपूर होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। गोंद कतीरा त्वचा को मॉइश्चराइज़ करता है और झुर्रियों को कम करने में मदद करता है।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)