Mental Health Tips : इन दिनों बच्चे या बुजुर्ग, महिला हो किसी भी उम्र का युवक हर कोई किसी-न-किसी बात से परेशान ही रहते हैं। बच्चों की बात करें तो वह स्कूल में पढ़ाई को लेकर प्रेशर में रहते हैं। महिलाएं काम को लेकर और घर संभालने को लेकर टेंशन में रहती हैं। बुजुर्ग अपने बच्चों की चिंता में रहते हैं, तो वहीं कामकाजी आदमी अक्सर अपने परिवार, फ्यूचर और ऑफिस की चिंता में खोया रहता है। जिस कारण हर वर्ग के लोग धीरे-धीरे मेंटल हेल्थ जैसी गंभीर समस्या के शिकार होते चले जा रहे हैं। इससे बचाव के लिए वह बहुत सारे ट्रिक भी अपनाते हैं, लेकिन कई बार यह जानलेवा भी साबित हो जाता है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको मेंटल हेल्थ सुधारने के कुछ इजी स्टेप्स बताएंगे, जिन्हें फॉलो करके आप अपने दिमाग को शांत कर सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से यहां…
मेंटल हेल्थ को तंदुरुस्त रखने के लिए आप किताबों का सहारा ले सकते हैं। बुक रीडिंग के बहुत सारे फायदे होते हैं। इससे दिमाग शांत रहता है। इसके साथ ही, आपके ज्ञान में भी वृद्धि होती है। यह ब्रेन, बॉडी और मेंटल हेल्थ तीनों के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है। हेल्थलाइन रिपोर्ट्स के मुताबिक, हर हफ्ते करीब 2 से 3 घंटे किताबें पढ़नी चाहिए। इससे उस इंसान के जिंदा रहने की संभावना 23% तक बढ़ जाती है, ऐसा रिसर्च में पाया गया है।
अपनाएं ये टिप्स
- अगर आप मेंटली फिट रहना चाहते हैं, तो आपको रात में सोने से पहले किताब पढ़ने की आदत डाल लेनी चाहिए। इससे नींद बहुत अच्छी आती है और पर्याप्त नींद लेने से आप मानसिक तनाव से काफी दूर रहेंगे और दिमाग में सकारात्मकता बनी रहेगी।
- किताबों को पढ़ने से पॉजिटिविटी आती है और दुनिया को देखने का नजरिया बेहतर होता चला जाता है। इससे दिमाग का स्ट्रेस लेवल भी कम हो जाता है, इसलिए अगर आप भी अपनी डेली लाइफस्टाइल में बुक रीडिंग को शामिल कर लें, तो यह आपके लिए बेहद ही फायदेमंद साबित हो सकती है।
- मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, किताब पढ़ने से ब्रेन में एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है, इससे इंसान मेंटली हैप्पी हो जाता है क्योंकि यह एक तरीके का अच्छा हार्मोन माना जाता है जोकि काफी पॉजिटिविटि लाता है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)