your daily routine: रोजाना चार हजार कदम चलने से न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य सुधरता है बल्कि इसका गहरा असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी होता है। एक नई रिसर्च के अनुसार, एक छोटे से कदम से डिमेंशिया जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है और साथ ही हार्ट स्ट्रोक के चांसेज भी कम होते हैं। इतना ही नहीं, रोज चार हजार कदम चलने से हमारा दिमाग शानदार रूप से काम करता है और हम सेहतमंद भी रखता हैं। इस आर्टिकल में, हम जानेंगे कि एक छोटे से छोटे से कदम की बड़ी महत्वपूर्णता है।
डिमेंशिया का खतरा होता है कम:
एक नई रिसर्च के मुताबिक, रोज 4 हजार कदम चलने से डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारी का खतरा बहुत कम होता है। यह भी कहा गया है कि यह एक ऐसा एक्सरसाइज है जो हमारे दिमाग को स्वस्थ रखता है और उसे नुकसान होने से बचाता है। रोजाना पैदल चलने से हमारे दिमाग का संतुलन बेहतर बना रहता है।
हार्ट स्ट्रोक के चांसेज हो जाते है कम:
रोजाना थोड़े भी कदम चलने से हृदय स्वस्थ रहता है और हार्ट स्ट्रोक के चांसेज भी इससे कम हो जाते हैं। दरअसल यह रक्त परिसंचरण को सुधारने में मदद करता है और रक्तचाप को नियंत्रित रखता है। जिससे हमारा हृदय ठीक तरह से काम करता है। रोजाना पैदल चलने से हमारा ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
बना रहता है सेहतमंद शरीर:
कम से कम 4 हजार कदम चलने से सेहतमंद शरीर बना रहता है। यह मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखता है। पैदल चलने से हमे ताज़ी हवा में सांस लेने का मौका मिलता है। जो आज के समय में सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है। पैदल चलने से पूरे शरीर की एक्सरसाइज होती है। इसीलिए इससे पूरी बॉडी फिट रहती है।
पॉजिटिव मानसिकता बने रहती है:
रोज 4 हजार कदम चलने से न केवल हेल्थ बनती है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य में बहुत बड़ा सुधार आता है। यह तनाव को कम करता है और मानव आत्मविश्वास को बढ़ाता है। जब आप दिन भर की दौड़ भाग से अपने लिए समय निकालते है तो यह एक बेहतर तरीका है। इससे आपको मानसिक तरीके से रिलैक्स मिलेगा।
रोजाना 4 हजार कदम चलने के लिए धीरे-धीरे शुरुआत करें। अगर संभावना हो, तो सुबह के समय में ताजगी से भरी हवा में चलना शुरु करें। किसी साथी के साथ चलना और अपने मित्रों के साथ वॉक इवेंट्स में शामिल होना आपका आत्मविश्वास बढ़ा सकता है।