विदेश।
शुक्रवार को चीन की सर्वोच्च अदालत कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए एक बड़ा निर्णय ले सकती है। दरअसल चीन की सरकार ने तर्क दिया है कि इस वायरस के चलते जो लोग पीड़ित हुए हैं उनका बचना नामुमकिन है और सिर्फ उनकी जिंदगी को कुछ और लंबा किया जा सकता है। ऐसे में उनकी सेवा कर रहे हेल्थ वर्कर्स भी रोजाना इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं ।
अब आज कोर्ट क्या निर्णय देती है ,यह देखने वाली बात होगी। चीन की सरकार ने कोर्ट को यह तर्क भी दिया है कि अगर वायरस पीड़ितों को नहीं मारा गया तो हमें अपनी पूरी आबादी से हाथ धोना पड़ेगा ।हालांकि चीन पहले भी इस वायरस को लेकर मानव अधिकारों के उल्लंघन को लेकर कई संगठनों के निशाने पर है और यह भी माना जा रहा है कि चीन ने बहुत सारे लोगों को, जो वायरस पीड़ित थे, मार भी दिया है ।यह जानकारी एबीटीसी डॉट कॉम एम एस ई एम जी एच डॉट कॉम पर दी गई है ।इधर चीन में एक समस्या और आ गई है ।दरअसल वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लोग मास्क पहन कर निकल रहे हैं जिसके कारण फेस आईडी सिस्टम फेल हो गया है ।दरअसल चीन में ज्यादातर सिस्टम ऐसे हैं जिसमें फेस रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जाती है जो ढका हुआ चेहरा पहचानने में केवल 55 फ़ीसदी ही सक्षम है।