Pakistan Crisis: भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान दाने- दाने को मोहताज है, आलम यह है कि यहां कि जनता दो वक्त का खाना भी नहीं जुटा पा रही । रोटी कपडा और मकान जैसी बुनियादी जरूरते पूरी करने में पाकिस्तानी कौम के पशीने छूट रहे हैं। आटे दाल के भाव आसमान छू रहे हैं, जनता में भारी असंतोष का माहौल है। खबर है कि अपनी नाकामी छुपाने के लिए पाकिस्तानी हुकमरान अब पाकिस्तान के परमाणु बम बेचने को तैयार हो गए हैं ताकि जनता का पेट भर सकें।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ पहले ही देश के दिवालिया होने का ऐलान कर चुके हैं , उनकी माने तो अब आईएमएफ भी उनकी मदद नहीं कर रहा है।
पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टेटिक्स की माने तो देश में महंगाई अपने 50 साल के उच्चतम स्तर 31.5 प्रतिशत पर आ चुकी है। वहीं पाकिस्तानी केंद्रीय बेंक के अनुसार पिछले एक साल में 22 अरब डॉलर का कर्ज पाकिस्तान के उपर बढ़ा है । ऐसे में कर्ज से उबरने के लिए पाकिस्तान मिलट्री एक्सपर्ट सरकार को परमाणु हथियार को बेचकर मुसीबत को टालने की सलाह दे रही है
पाकिस्तान में आर्थिक संकट का मुख्य कारण
कोविड-19: कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया के साथ-साथ पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भी असर डाला है। इससे पाकिस्तान के देशी उत्पादों के निर्यात में कमी हुई है, विदेशी पूंजी का बहुत अधिक इस्तेमाल हो रहा है और विदेशी मुद्रा की कीमत भी कम हो गई है।
बढ़ती जनसंख्या: पाकिस्तान में बढ़ती जनसंख्या एक महत्वपूर्ण कारण है। इससे आर्थिक भूमिका की व्यवस्था में भी असमंजस होता है। अधिक जनसंख्या आवास, खाद्य, पानी और ऊर्जा जैसी मौलिक सुविधाओं की मांग को बढ़ाती है, जो संभवतः संकट का मूल हैं।
असंतुलित अर्थव्यवस्था: पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था असंतुलित है जो कुछ क्षेत्रों में सक्रिय है और कुछ क्षेत्रों में स्थिर है। यह असंतुलितता राज्य के विकास को नुकसान पहुंचाती है जो आर्थिक संकट के रूप में प्रकट होता है।
अशिक्षा: पाकिस्तान में शिक्षा का स्तर कम है। यह भी एक मुख्य कारण है जो विकास के माध्यम से आर्थिक संकट को बढ़ाता है। उच्च शिक्षा में कमी, ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की कमी और उपयोगी कौशल की कमी इस समस्या का उत्पन्न होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
बढ़ती महंगाई: बढ़ती महंगाई भी आर्थिक संकट का एक महत्वपूर्ण कारण है। अधिक मुद्रा के निर्यात और कम मुद्रा के आयात से महंगाई बढ़ती है और यह भी आर्थिक संकट के मुख्य कारणों में से एक है।
भारी विपणन घाटे: पाकिस्तान के अर्थव्यवस्था के लिए अन्य एक महत्वपूर्ण चुनौती भारी विपणन घाटे हैं। विदेशी मुद्रा और विदेशी सामान के बढ़ते आयात से भारी विपणन घाटे होते हैं।