NLCIL में एग्जीक्यूटिव ट्रेनी के पदों पर बंपर भर्ती, जानें आयु-पात्रता और जरूरी डिटेल्स

Shashank Baranwal
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NLCIL Recruitment 2023: सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले युवाओं के ले सुनहरा अवसर है। नैवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (NLCIL) की तरफ से इंजीनियरिंग उम्मीदवारों के लिए ग्रेजुएट एग्जीक्यूटिव ट्रेनी के कई पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार NLCIL की आधिकारिक वेबसाअट nlcindia.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। वहीं NLCIL की तरफ से आवेदन करने की अंतिम तारीख 21 दिसंबर 2023 निर्धारित की गई है।

कुल पद- 295

खाली पदों का विवरण

NLCIL की तरफ से ग्रेजुएट एग्जीक्यूटिव ट्रेनी के कुल 295 पदों को भरा जाएगा। जिसमें मैकेनिकल के लिए 120 पद, इलेक्ट्रिकल के लिए 109 पद, सिविल के 28 पद, माइनिंग के 17 पद और कंप्युटर के लिए 21 पद शामिल हैं।

आयु-पात्रता

NLCIL द्वारा जारी नोटिफिकेशन के आधार पर आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की अधिकतम आयु 30 साल निर्धारित की गई है। साथ ही आयु-पात्रता में छूट का भी प्रावधान किया गया है।

चयन प्रक्रिया

NLCIL में ग्रेजुएट एग्जीक्यूटिव ट्रेनी के पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों का चयन GATE 2023 के स्कोर और साक्षात्कार के आधार पर किया जाएगा। इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने से पहले एक बार NLCIL की तरफ से जारी आधिकारिक नोटिफिकेशन को जरूर चेक कर लें।

आवेदन शुल्क

NLCIL में विभिन्न पदों के लिए आवेदन करने वाले अनारक्षित, ईडब्ल्यूएस, पिछड़ा श्रेणी के उम्मीदवारों को 854 रुपए आवेदन शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा। जबकि एससी, एसटी और पीएच श्रेणी के उम्मीदवारों को 354 रुपए आवेदन शुल्का का भुगतान करना पड़ेगा।

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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