MPPSC Recruitment : आज से राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2023, 16 मार्च तक चलेगी, 10 जिलों में बनाए गए 22 केन्द्र, 229 पदों पर होना है भर्ती

राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2023 11 मार्च से 16 मार्च 2024 तक राज्य भर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। एमपीपीएससी राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार मुख्य परीक्षा के लिए उपस्थित होंगे।

Pooja Khodani
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MPPSC Exam 2024

MPPSC Recruitment 2024 : मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2023 आज सोमवार से शुरू हो गई है । यह परीक्षा  11 मार्च से 16 मार्च 2024 तक राज्य भर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। ।इस परीक्षा में करीब साढ़े 6 हजार अभ्यर्थी शामिल होंगे।  अभ्यर्थियों को पेपर शुरू होने से करीब 45 मिनट पहले परीक्षा केंद्रों पर पहुंचना होगा।इसके लिए आयोग ने 10 जिलों में 22 केंद्र बनाए हैं।

16 मार्च तक चलेगी परीक्षा, 10 जिलों में बनाए गए केन्द्र

यह परीक्षा आज एक ही पाली में सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के लिए  इंदौर, भोपाल, उज्जैन, रतलाम, ग्वालियर, सतना, जबलपुर, छिंदवाड़ा, शहडोल, बड़वानी, सागर जिले में केंद्र बनाए गए हैं। खास बात ये है कि अकेले इंदौर में ही करीब नौ केंद्र बनाए गए हैं।  नकल रोकने के लिए प्रत्येक जिले में एक-एक उड़नदस्ता टीम बनाई गई है, जो केंद्रों पर नजर रखेगी।इस परीक्षा के माध्यम से करीब 229 पदों पर भर्ती की जाएगी।

229 पदों पर होना है भर्ती

  • एमपीपीएससी राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार मुख्य परीक्षा के लिए उपस्थित होंगे।परीक्षा के बाद इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। इंटरव्यू में फाइनल सलेक्शन के बाद फाइनल रिजल्ट जारी किया जाएगा। इससे पहले मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से प्रीलिम्स परीक्षा का परिणाम 18 जनवरी 2024 को किया गया था।
  • इस परीक्षा में सफल हुए कैंडिडेट्स को मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे।इस परीक्षा के माध्यम से आठ विभागों में रिक्त 229 पदों पर नियुक्तियां होंगी। इनमें 27 डिप्टी कलेक्टर, 22 पुलिस उप अधीक्षक, 17 मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, 16 विकासखंड अधिकारी, 122 सहकारी निरीक्षक, 17 मुख्य नगर पालिका अधिकारी, तीन-तीन नायब तहसीलदार व आबकारी उप निरीक्षक शामिल हैं।

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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