World First Watch History: आज के समय में हर व्यक्ति को घड़ी पहनने का बहुत शौक होता है और मार्केट में एक से बढ़कर एक वैरायटी और कीमत में आधुनिक घड़ियां आज के दौर में मिलने लगी है। लेकिन एक ऐसा समय भी था जब कुछ गिने-चुने अमीर लोगों के पास घड़ियां हुआ करती थी और वह उन्हें पहन कर अपनी शान सभी के सामने दिखाते थे।
यह वाकई में सोचने वाली बात है कि पूरी दुनिया में आम हो चुकी इस घड़ी को आखिरकार सबसे पहले किसने बनाया था और उस समय यह कैसी दिखती होगी। आपको बताते हैं कि दुनिया में पहली घड़ी का निर्माण किसने किया था यह किस तरह से बनी थी और यह कैसी दिखती है। इससे जुड़ी बातें जानकर आप निश्चित तौर पर हैरान हो जाएंगे।
दुनिया की सबसे पहली घड़ी को पोमैंडर वॉच ऑफ 1505 या फिर वॉच 1505 के नाम से पहचाना जाता है। इसका निर्माण जर्मन के अविष्कारक पीटर इंग्लैंड ने किया था और वही दुनिया में घड़ी के पहले निर्माता माने जाते हैं। इस घड़ी को आज से तकरीबन 518 साल पहले बनाया गया था।
ऐसी है दुनिया की पहली घड़ी
यह घड़ी एक सेब के आकार की है और दुनिया के सामने इसके आने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। जानकारी के मुताबिक 1986 में घड़ी बनाने वाले एक लड़के ने लंदन के कबाड़ी मार्केट से इसे सिर्फ 10 पाउंड यानी 1000 रुपए के करीब में खरीदा था। उसे यह बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि यह दुनिया की सबसे पहली घड़ी है।
कुछ सालों तक इस घड़ी को उसने अपने पास रखा और साल 2002 में किसी और को बेच दिया। जिसने इस घड़ी को खरीदा था वह भी इसकी खासियत और कीमत के बारे में नहीं जानता था इसलिए यह किसी और के पास चली गई।
अलग अलग हाथों में होती हुई ये पोमैंडर घड़ी शोध करने वाले एक युवक के हाथ लगी और तब जाकर दुनिया भर में इसे पहचान मिल सकी। घड़ी पर उसे निर्मित किए जाने वाला साल लिखा हुआ है और उसके अविष्कारक पीटर हेनलेन के सिग्नेचर भी इस पर किए हुए हैं। जानकारी के मुताबिक यह पीटर की निजी घड़ी थी और इसे वह हमेशा अपने पास रखा करते थे।
पोमैंडर वॉच ऑफ 1505 की खासियत
दुनिया की सबसे पहली इस घड़ी की खासियत की बात करें तो इसे कॉपर और सोने से बनाया गया है। आज के समय में इस घड़ी की कीमत 80 से 100 मिलियन डॉलर के करीब है जिसे 400 करोड़ से 700 करोड़ रुपए के आंकड़े के करीब माना जा सकता है।
इस घड़ी की कीमत इतनी ज्यादा है कि अगर कोई व्यक्ति चाहे तो इसमें 4 से 5 प्राइवेट जेट और 30 हेलीकॉप्टर खरीद सकता है। अमेरिका की एक मैगजीन ने साल 2014 में इस घड़ी की कीमत का अनुमान 415 करोड़ से 661 करोड़ के बीच लगाया था।
About Author
Diksha Bhanupriy
"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है।
मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।