Aloe Vera : अमूमन हर किसी के घर में एलोवेरा का पौधा देखने को मिलता है। जैसा कि हम सभी जानते हैं इसमें बहुत से औषधीय गुण पाए जाते हैं जोकि शरीर के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं। खासकर चेहरे के लिए यह पौधा बेहद लाभकारी माना जाता है। हालांकि, कई बार उचित देखरेख के बाद भी एलोवेरा पौधे में समस्याएं देखने को मिलती है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको इससे बचाव के कुछ उपाय बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप एलोवेरा पौधे का रखरखाव कर सकते हैं।
सूखी पत्ती
- अक्सर यह देखने को मिलता है कि काफी देखरेख के बावजूद एलोवेरा की पत्तियां नरम होकर सूख जाती है, जिसकी मुख्य वजह जरूरत से ज्यादा पानी देना होता है।
- इससे बचाव के लिए आपको यह उपाय अपनाना है कि जब आप पौधे में पानी देकर थोड़े समय के लिए छोड़ दें, ताकि मिट्टी उस पानी को अब्जॉर्ब कर ले। इससे पत्तियों के सूखने की समस्या खत्म हो जाएगी।
विकास की कमी
- कई बार ऐसा भी देखने को मिलता है कि एलोवेरा का पौधा हम जितने में लगाते हैं, उतना का उतना ही रहता है। उसका विकास नहीं हो पता। जिसका कारण तापमान को माना जाता है।
- इसलिए आप जहां पर इस पौधे को लगाए कोशिश करें कि वहां का तापमान 12 डिग्री सेल्सियस से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच हो। इससे पौधे का विकास सही तरीके से हो पाएगा।
फटी पत्तियां
- एलोवेरा जेल में कई बार हमें यह भी समस्या देखने को मिलती है कि इसकी पत्तियां फटी हुई रहती है, जिसका मुख्य कारण जरूरत से ज्यादा पानी देना होता है।
- इसके लिए आप पत्तियां पर सल्फर पाउडर छिड़क सकते हैं। इससे पत्तियों में होने वाली समस्या खत्म हो जाएगी और जल्द ही आप इसका लाभ ले पाएंगे।
भूरे पत्ते
- कई बार सही ढंग से देखरेख नहीं हो पाने के कारण मतलब कम पानी या फिर काम आद्रता के वजह से एलोवेरा के पत्ते भूरे हो जाते हैं जोकि किसी काम के नहीं रह जाते।
- इससे बचने के लिए आपको समय-समय पर पानी देना भी जरूरी है। अगर आपने इस पौधे को लगाया है तो इसकी अच्छे से देखभाल करें, अन्यथा इस लगाने का कोई मतलब नहीं रहेगा।
एक ओर झुकना
- एलोवेरा पौधा कई बार झुका हुआ भी नजर आता है, जिसकी मुख्य वजह प्रकाश की कमी और कम तापमान होता है। जब पौधे को उचित रूप से सूर्य की किरणें नहीं मिल पाती, तो वह धीरे-धीरे एक और झुकने लग जाता है।
- इसलिए कोशिश करें कि उस जगह पर इस पौधे को लगाएं, जहां पर धूप की किरणें भी सही तरीके से मिले और वहां का तापमान भी 26 डिग्री सेल्सियस हो। इससे पौधे का विकास सहित तौर पर हो पाएगा।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)