सहजन की फली को बनाने के ये हैं 8 इंटरेस्टिंग तरीके, सेहत के लिए खूब है फायदेमंद

Pooja Khodani
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हेल्थ, डेस्क रिपोर्ट।drumsticks. सहजन या ड्रमस्टिक्स- लंबी और हरी हरी फलियों को आप जिस भी नाम से जानते हैं, वो अलग बात है। असल बात जानने की ये है कि ये फलियां सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं और गर्मियों में भरपूर मिलती हैं। इस मौसम में इस फली को खाने से बिलकुल न चूकें। ये शुगर लेवल संतुलित रखती हैं और पेट के लिए फायदेमंद हैं।

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इसके साथ ही इम्यूनिटी बूस्टर भी हैं लेकिन मुश्किल ये है कि सभी लोगों को सादे तरीके से पकी सहजन की सब्जी पसंद नहीं आती, इसलिए हम आपको बता रहे हैं सहजन से बनने वाली अलग अलग रेसिपी जिनके जरिए आप खुद को और अपने बच्चों को दिलचस्प तरीके से सहजन परोस सकते हैं और खिला भी सकते हैं।

मसालेदार सहजन

सहजन की सब्जी को पूरे मसालों के साथ पकाइए।  प्याज, टमाटर, लहसुन अदरक के पेस्ट को भूनकर उसमें गर्म मसाले और दूसरे जरूरी मसाले डालें और फिर सीटी लगा दें।  मसालेदार और जायकेदार सहजन की सब्जी तैयार है।

सहजन का सूप

सहजन का सूप बनाने के लिए फलियों के साथ साथ पत्तियां भी पानी में डालकर उबालें।  इसमें धनिया पत्ती, जीरा, नमक काली मिर्ची डालें। अगर गाढ़ा सूप पसंद हो तो थोड़ा सा कॉर्नफ्लोर भी मिला सकते हैं।

सहजन का सांभर

जिस तरह से सांभर बनाया जाता है उसी रेसिपी को फॉलो करें। बस उसमें ड्रमस्टिक की मात्रा थोड़ी ज्यादा रखें।

सहजन का अचार

सहजन का अचार भी बहुत टेस्टी लगता है। अचार बनाने के पारंपरिक तरीके को फॉलो करते हुए सहजन का अचार बनाएं, इसे आप लंबे समय तक रख भी सकते हैं।

सहजन के कबाब

सहजन को थोड़ा बाइल करके इसकी फलियों का पूरा गूदा निकाल लें।इसमे दूसरे गर्म मसाले मिक्स करें। प्याज, धनिया और जरूरी नमक, मसाले डालकर कबाब तैयार करें।

सहजन के पत्तों का डोसा
सहजन के पत्तों को दाल और चावल के घोल में मिलाकर डोसा बनाया जाता है। सहजन के पत्ते भी फली की तरह ही फायदेमंद है। बीपी मरीजों के लिए भी इसे फायदेमंद माना जाता है।

ड्रमस्टिक चिकन करी

आप चिकन के शौकीन हैं तो चिकन के साथ ही ड्रम स्टिक भी डाल दें। चिकन के स्वाद के साथ ड्रम स्टिक के गुण भी शरीर को मिल जाएंगे।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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