भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कपूर (camphor), यह सफेद दिखने वाली वस्तु बहुत ही ज्यादा लाभकारी होती है। पूजा और सफाई में इसका इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार यह ना सिर्फ इसे जलाने से कीटाणु खत्म होते हैं, बल्कि यह हवा को भी शुद्ध करता है।इसकी सुगंध बहुत ज्यादा स्ट्रांग होती है और किसी के नाक तक आसानी से पहुंच सकती है। क्या आपको पता है किया कपूर अनेक औषधीय गुणों का भी राजा होता है? इसमें कई ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं जिससे अनेकों बीमारियों से मनुष्य को राहत मिल सकती है।
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आयुर्वेद के अनुसार खांसी, अपाचन, मोटापा, स्किन समस्याएं, बवासीर, छाला इत्यादि बीमारियों के समय कपूर का इस्तेमाल करने से काफी राहत मिलती है। कपूर दो प्रकार के होते हैं एक जिसे खाया जा सकता है और एक जिसे खाना बुरा हो सकता है। खाने वाले कपूर को “पछा कपूरम” कहा जाता है, यहां तक कि कई विशेष व्यंजनों में भी कपूर का इस्तेमाल भारत में किया जाता है। आयुर्वेद दवाइयों को बनाने में इसका प्रयोग काफी हद तक होता है।