Psychological Facts : मनोविज्ञान एक शाखा है जो मनुष्य के मानसिक कार्यों, व्यवहार, और मानसिक स्वास्थ्य का अध्ययन करती है। यह अध्ययन विभिन्न मानव विज्ञानों, जैसे कि न्यूरोसाइंस, प्राणिजात मनोविज्ञान, सामाजिक मनोविज्ञान, विकार मनोविज्ञान, विकलांगता और उपचार और मानसिक स्वास्थ्य शास्त्र शामिल होते हैं।
मनोविज्ञान का उद्देश्य मानव की मनोवैज्ञानिक प्रक्रियाओं को समझना है। यह अध्ययन जीवन के विभिन्न पहलुओं को गहराई से समझने का उपकरण प्रदान करता है, जैसे कि व्यक्तिगत विकास, सामाजिक संबंध, शिक्षा, न्याय, और स्वास्थ्य। आज हम आपके लिए कई अध्ययनों के बाद सामने आए मनोवैज्ञानिक तथ्य लेकर आए हैं।
मनोवैज्ञानिक तथ्य
- हम डर महसूस करते हैं तो ये एक भयावह अनुभव होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डर एक मज़ेदार भावना भी हो सकता है। खासकर जब आप खतरे में न हों। रिसर्च से साबित हुआ है कि डर का अनुभव मजेदार भी हो सकता है। ऐसा मुख्यतः हार्मोन के कारण होता है। उदाहरण के लिए, जब आप कोई डरावनी फिल्म देख रहे हों तो डर का अनुभव अच्छा साबित हो सकता है क्योंकि मस्तिष्क यह भी पहचानता है कि आप वास्तविक खतरे में नहीं हैं।
- ये भी प्रमाणित हुआ है कि किसी बड़े आयोजन की तुलना में हम किसी एक व्यक्ति की अधिक परवाह करते हैं।
- यदि आप ऐसी स्थिति में हैं जहां कुछ कठोर नियमों के कारण आपकी स्वतंत्रता से समझौता हो रहा है, तो संभावना है कि आप नियम तोड़ देंगे। यह आपकी खोई हुई आज़ादी को पुनः प्राप्त करने का एक प्रयास है।
- क्या आपको अपने विचार, शौक और रुचियां दूसरों के साथ साझा करने में आनंद आता है? अगर ऐसा है तो आप अकेले नहीं हैं। मनोविज्ञानिक अध्ययनों से पता चला है कि जब हम अपने बारे में चर्चा में लगे होते हैं तो हमारे मस्तिष्क के रिवार्ड सेंटर सक्रिय हो जाते हैं। इसकी तुलना तब की जाती है जब हम अन्य लोगों के बारे में बात कर रहे होते हैं।
- कई लोगों के लिए रिजेक्शन स्वीकार करना मुश्किल होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अस्वीकृति को अक्सर शारीरिक परेशानी के रूप में अनुभव किया जाता है।
- मनुष्य की छह प्राथमिक भावनाएं होती हैं जो सार्वभौमिक रूप से व्यक्त की जाती हैं। ये हैं आश्चर्य, घृणा, चिंता, दुख, क्रोध और खुशी। यह मनोविज्ञान के उन तथ्यों में से एक है जो बताता है कि अलग-अलग व्यक्तियों में भावनाएं इतनी समान क्यों महसूस की जाती हैं।
- आप जितने व्यस्त होंगे, आपके खुश रहने की संभावना उतनी ही अधिक होगी।
- किसी अन्य व्यक्ति के साथ बीस सेकंड से अधिक समय तक घनिष्ठ आलिंगन शरीर में अच्छा महसूस कराने वाले हार्मोन का उत्पादन करता है।
- पानी का मानव मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव पड़ता है। जल निकायों का दृश्य और पानी की ध्वनि भी लोगों पर आरामदायक और शांत प्रभाव पैदा करती है।
- चॉकलेट हमारे मूड पर सकारात्मक प्रभाव डालती है क्योंकि इसे खाने पर यह ऑक्सीटोसिन छोड़ती है।
(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)