आपका हार्ट सुरक्षित है या नहीं, घर पर ही जानने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके

Heart Tests At Home

Types Of Heart Tests At Home: वर्तमान समय में भारत में हार्ट से संबंधित बीमारियों का खतरा ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है। चाहे जवान हो या बुजुर्ग हर उम्र के लोगों में ये समस्याएं देखने को मिलती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट्स के अनुसार भारत में होने वाली मौत का आंकड़ा विश्व में हार्ट से होने वाले मौत के आंकड़े से 20 फीसदी ज्यादा है। हार्ट की समस्या से बचाव के लिए जितनी जल्दी हो सके इलाज कराना चाहिए। हार्ट की समस्याओं से बचने के लिए आपको अपने खानपान का ध्यान देने की जरूरत होती है। इसको पता करने के लिए आप डॉक्टर से जांच करा के पता कर सकते हैं। साथ ही घर में भी कुछ तरीकों को अपनाकर पता लगा सकते हैं। आइए जानते हैं कि ये तरीके कौन से हैं जिनसे पता चलता हैं कि हार्ट सही है या नहीं।

सीढ़ी चढ़कर पता लगाएं

अगर आप घर बैठे अपने हार्ट की स्थिति को जानना चाहते हैं तो आपको सीढ़ी चढ़ और उतर कर पता लगा सकते हैं। अगर आप 1 मिनट में आराम से 50 से 60 सीढ़ी चढ़ लेते हैं तो मानिए कि आपका हार्ट सही है। नहीं तो उसमें दिक्कत हो सकती है।

बैठकर उठने से पता लगाएं

अगर आपको घर बैठे अपने हार्ट का टेस्ट लेना है तो यह तरीका बहुत ही साधारण है। सबसे पहले आप सीधे खड़े होकर पालथी मारकर बैठ जाएं। फिर उसके बाद उठें। अगर आप बिना किसी सहारे के उठ लेते हैं तो मानिए कि आपका हार्ट सही है।

मोटापे से पता लगाएं

मोटापे से हार्ट संबंधी समस्या पता लगाया जा सकता है। अगर आपकी कमर की मोटाई आपके हिप्स से ज्यादा है तो आपको हार्ट संबंधी समस्या हो सकती है। इसके साथ ही अगर पेट के पास भी मोटाई ज्यादा है तो भी हार्ट संबंधी समस्या हो सकती है।

जार खोलकर पता लगाएं

एक शोध के मुताबिक अगर आप घर में रखे जार या डिब्बे को आसानी से खोल लेते हैं तो आपका हार्ट सही है। नहीं तो कुछ समस्या हो सकती है। यह हार्ट की समस्या को पता लगाने का एक आसान सा तरीका होता है।

(Disclaimer: यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता है।)


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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