12 महीने एक जैसे खिलेंगे गुड़हल के फूल! बस इस एक घोल का करें इस्तेमाल

Hibiscus Plant Care: गुड़हल के फूल अपनी सुंदरता और रंग-बिरंगे रंगों के लिए मशहूर हैं। क्या आप जानते हैं कि अगर आप सही देखभाल करें तो इन फूलों को पूरे साल भर एक जैसे खिलते हुए देख सकते हैं? यह एक छोटा सा उपाय है, जिससे गुड़हल के पौधे को हमेशा ताजगी और खूबसूरती मिलती रहती है।

घर में तरह-तरह के फूलों वाले पेड़-पौधे लगाना अपने आप में बेहद ख़ास होता है। ये पौधे न सिर्फ़ घर की शोभा बढ़ाने में मदद करते हैं बल्कि हवा और वातावरण को भी शुद्ध बनाने में मदद करते हैं। जिन लोगों को घरों में रंग-बिरंगे फूलों वाले पौधे लगाने का शौक़ होता है वे लोग अपने घर में गुड़हल का पौधा अवश्य लगाते हैं। गुड़हल के बड़े-बड़े चमकदार फूल बेहद ही सुन्दर लगते हैं।

गाँव में लगभग हर घर में गुड़हल का पौधा पाया जाता है, गाँव में लोगों के पास ज़्यादा जगह होती है जिस वजह से वे लोग ज़मीन में एक नहीं बल्कि अनेक गुड़हल के पौधे लगा लेते हैं। लेकिन शहर में लोगों के घरों में ज़्यादा जगह नहीं होती है, जिस वजह से वे लोग गमले में गुड़हल का पौधा लगाते हैं और गमले को घर की छत या फिर बालकनी में सजा देते हैं।

गुड़हल के पौधे में फूल क्यों नहीं खिल रहे ?

अक्सर लोगों की यह शिकायत रहती है कि घर में गुड़हल का पौधा तो लगा लिया है लेकिन पौधे में एक भी फूल नहीं खिल रहा है। अगर आपको भी इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, तो हम आज आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि आप कैसे घर की कुछ चीज़ों की मदद से पौधों के लिए एक बेहतरीन घोल तैयार कर सकते हैं। यह घोल सौ प्रतिशत नैचुरल होता है।

गुड़हल के पौधे के लिए कैसे बनाएँ घोल?

सामग्री:

खाने वाला चुना
पानी
बोरेक्स पाउडर

गुड़हल के पौधे के लिए कैसे तैयार करें लिक्विड फर्टिलाइजर?

  • इस लिक्विड फर्टिलाइजर को तैयार करने के लिए सबसे पहले एक लीटर पानी को एक बाल्टी में डालें, फिर इसमें दो बड़े चम्मच बोरेक्स पाउडर डालकर अच्छी तरह से मिक्स करें।
  • अब इसमें कम से कम दो चम्मच खाने वाला चूना डालें, और एक लकड़ी की मदद से इस घोल को अच्छी तरह से मिक्स करें।
  • अब आपका लिक्विड फर्टिलाइजर बनकर तैयार हो चुका है। अब आप इसका इस्तेमाल गुड़हल के पौधों के लिए कर सकते हैं।

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Bhawna Choubey

Bhawna Choubey

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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