ICMR Guidelines: इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने बताया कि भारत में 56 फीसदी बीमारियों की वजह अनहेल्दी डाइट है। खराब खानपान की वजह से लोग कई तरह की बीमारियों के शिकार हो रहे है। वहीं डाइट को लेकर एक गाइडलाइन्स भी जारी किया गया है। जिसमें बताया गया है कि रोजाना के डाइट में किन चीजों का सेवन करना चाहिए।
ICMR की गाइडलाइन्स में क्या है?
आईसीएमआर ने खानपान को लेकर गाइडलाइन जारी किया है जिसे ‘दिन की मेरी थाली’ नाम के टाइटल के साथ शेयर किया गया है। इसमें बताया गया कि न्यूनतम आठ फूड आइटम्स में मैक्रोन्यूट्रिएंट्स और सूक्ष्म पोषक तत्वों की सोर्सिंग की सलाह दी गई है। जिसमें कहा गया कि सब्जियां, फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, जड़ें और कंद तो जरूरी खाना चाहिए क्योंकि ये शरीर को भरपूर मात्रा में फाइबर देते है।
डाइट में सीमित हो अनाज की मात्रा
आईसीएमआर ने बताया कि दिन की थाली में 45 प्रतिशत तक अनाज होना चाहिए। वहीं, दाल, अंडे और मांस खाद्य पदार्थों के लिए कुल ऊर्जा प्रतिशत लगभग 14 से 15 प्रतिशत होना चाहिए। इसके साथ ही 30 प्रतिशत फैट होना चाहिए क्योंकि ये एनर्जी के लिए जरूरी है। वहीं नट्स, तिलहन, दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स प्रति दिन कुल एनर्जी का 8-10% प्रतिशत होना चाहिए। अपनी डाइट में चीनी, नमक और फैट की मात्रा को कम करने के लिए ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियां खानी चाहिए।
अनहेल्दी डाइट कर रहा बीमार
गाइडलाइंस में बताया गया कि बच्चों का एक बड़ा हिस्सा कुपोषण का शिकार हो रहा है। बहुत से ऐसे राज्य है जहां पर ज्यादातर बच्चे अधिक वजन, मोटापा, डायबिटीज की बीमारी से जूझ रहे हैं। एक रिसर्च में सामने आया है कि अनहेल्दी डाइट, ज्यादा फैट, चीनी और नमक खाने से हेल्थ पर बुरा असर पड़ रहा है।