लाइफस्टाइल, डेस्क रिपोर्ट | क्या आप जानते हैं एक छोटा-सा मच्छर भी आपकी जान का दुश्मन बन सकता है? जी हां, एक छोटा मच्छर भी जानलेवा हो सकता है, जब आप उसे हल्के में लेंगे। दरअसल हम बात कर रहे मलेरिया, की। जोकि इन दिनों, खासकर बरसात के दिनों (मलेरिया) में ज्यादा आतंक मचाते हैं। जोकि गंदगी, कई दिनों से जमा पानी, नाली, कचड़ा इन सबसे पनपते हैं। जो इतने गंभीर बीमारियां फैलाते है, जिससे लोगों की जान तक चली जाती है। क्या आपको पता है, मलेरिया के कारण विश्व भर में हर साल करोड़ों लोग प्रभावित होते है। जिसमें लाखों लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। इनमें ज्यादातर बच्चे होते है। जिसका कारण यह है कि बच्चे किसी भी स्थान पर खेलने लग जाते हैं। ना तो स्थान देखते हैं ना सफाई का अंदाजा होता है। ऐसे में वो मलेरिया के शिकार हो जाते हैं।
बता दें कि देश की आजादी के बाद से ही सरकार मलेरिया की रोकथाम करने के लिए लगातार प्रयार कर रहा है। जिसके लिए समय-समय पर विभिन्न प्रकार के अभियान चलाए जाते हैं। लेकिन इसपर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है। लेकिन हां, इससे होने वाले मौत के आंकड़ों में थोड़ी कमी जरुर आई है। केवल इतना ही नहीं इस गंभीर बीमारी के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर वर्ष 25 अप्रैल को मलेरिया दिवस मनाया जाता है। इस दौरान नुक्कड नाटक, शिविर लगाकर, आदि कई प्रकार से लोगों को मलेरिया के कारण, लक्षण, उपचार और बचाव के बारें में जानकारी दी जाती है।
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दरअसल मलेरिया एक प्रोटोजोआ परजीवी के कारण होने वाली संक्रामक बीमारी है। जोकि एक वाहक का कार्य करते हैं। बता दें कि यह मच्छर पानी में पनपते हैं। फिर जब वो मनुष्य के शरीर में बैठते हैं तब वो उनके शरीर से रक्त चुस लेते हैं और उनके अंदर पनपे परजीवी मनुष्य के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। जिसके बाद धीरे-धीरे वो परजीवी लिवर में पहुंचकर लाल रक्त कोशिकाओं को नष्ट करना शुरू कर देते हैं। जिसके बाद मनुष्य में वो लक्षण दिखाई देने लगता है। जैसे – बेवजह ठंड लगना, बुखार और पसीना आना, मांसपेशियों में दर्द होना, दिल की धड़कन का अपने आप तेज होना, सिरदर्द आदि जैसे लक्षण दिखते हैं।
वहीं मलेरिया से बचाव के अपने आसपास किसी भी स्थान पर ज्यादा दिनों तक पानी को जमा ना होने दें। गर्मी के दिनों में कूलर का पानी समय-समय पर बदलते रहें या फिर हर दो-दो दिन में थोड़ा-सा मिट्टी का तेल जरूर डाल दें। जिससे मच्छर नहीं पनपे। अपने आसपास गंदगी का अंबार ना लगने दें। शासन व प्रशासन से उचित समय पर कीटनाशक दवाईयों का छिडकाव करवाएं। घर में फर्श को साफ करने के लिए फिनाइल का इस्तेमाल करें, जिससे घर में सफाई बनी रहे। सिंक को साफ रखें। उसमें ज्यादा समय तक जुठे बर्तन ना रहने दें। घर का जितना कचड़ा है उसे बंद डस्टबिन में डालें और सोते वक्त रात में मच्छरदानी का प्रयोग करें। केवल इतना ही नहीं आप एक जिम्मेदार नागरिक होने के मुताबिक समाज में लोगों को इससे बचाव की जानकारी दें। उन्हें इससे बचने के उपाए बताए। इस फैलने वाली बीमारी के नतीजों से लोगों को रुबरू करवाएं।
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केवल इतना ही नहीं अगर आपको इनमें से एक भी लक्षण दिखे तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें। बता दें कि सरकार ने मलेरिया से बचाव हेतु कई सारी योजनाएं बनाई है। जिसका आप लाभ उठाए। साथ ही समय-समय पर विशेषज्ञों के संपर्क में बने रहे। पोष्टिक आहार का सेवन करें। जिससे आपके इम्युमिनिटी पावर मजबूत हो और आपकी प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा हो। जिससे आपमें इससे लड़ने की क्षमता मिले। जिससे आप और आपका परिवार एक स्वास्थ्य, सुखी जीवन जी सकें।
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