भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। हिन्दू धर्म में कार्तिक मास सबसे पवित्र महिना माना जाता है। साथ ही कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) का भी बेहद खास महत्व होता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करना शुभ माना जाता है। यह भी मान्यता है की इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से सारे पाप धूल जाते हैं। इस साल कार्तिक पूर्णिमा 7 नवंबर शाम 4:15 बजे शुरू हो रहा है और 8 नवंबर शाम 04:31 बजे समाप्त हो जाएगा। व्रत मंगलवार को रखा जाएगा। स्नान करने का शुभ मुहूर्त सुबह 4:57 बजे से लेकर 05:49 बजे तक का है। मान्यताओं के मुताबिक कार्तिक मास भगवान विष्णु का पसंदीदा महिना होता है। इस दिन कुछ उपाय हैं, जिन्हें करने से माँ लक्ष्मी की कृपा बरसती है। साथ ही सारे पाप धूल जाते हैं। आइए जानें इन उपायों के बारे में विस्तार से।
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कार्तिक पूर्णिमा के दिन आम के पत्तों से बनी माला बनाकर मुख्य द्वारा पर लगाने से माता लक्ष्मी का वास घर में होता है। माला लगाते वक्त पीले रंग या हल्दी से स्वास्तिक बनाना ना भूलें। इस दिन भगवान शिव की पूजा करना भी शुभ माना जाता है। भोलेनाथ को गंगा जल, दही और दूध से स्नान कराने से बहुत लाभ होता।
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मान्यता है की इस दिन भगवान विष्णु नदियों में वास करते हैं, जहां स्नान करने के बाद सभी पापों से मुक्ति मिलती है और महापुण्य की प्राप्ति होती है। कार्तिक पूर्णिमा के नदी किनारे दीप दान करना भी शुभ होता है। इस दिन दान का विशेष महत्व होता है। गरीबों और जरूरतों को वस्त्र, अन्न और अन्य जरूरत की चीजों का दान करने से अच्छा फल मिलता है।
Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य केवल शिक्षित करना है। यह खबर पौराणिक कथाओं और मान्यताओं पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज इन बातों का दावा नहीं करता। विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।