भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। माँ शक्ति की उपासना का पर्व नवरात्रि (Navratri) इस बार 7 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। एक तिथि घटने से शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) 8 दिनों की होंगी। सनातन धर्म को मानने वालों के लिए नवरात्रि का बहुत महत्त्व होता है। माता को प्रसन्न करने के लिए उनके भक्त व्रत, उपवास रखते हैं।
नवरात्रि के व्रत में भक्त अपनी श्रद्धा, आस्था और क्षमता के हिसाब से व्रत उपवास करते हैं कोई निराहार रहता है तो कोई फलाहार पर , कोई लोंग के जोड़े पर रहता है तो कोई निर्जला। लेकिन मातारानी की कृपा सब पर बराबर बरसती है।
आज हम आपको बताएँगे कि नवरात्रि व्रत में आप यदि फलाहार के साथ साबूदाना खाते हैं तो ये आपके लिए कितना फायदेमंद है। बहुत कम लोग जानते हैं कि साबूदाना न्यूट्रिशन से भरपूर एक बैलेंस डाइट है। साबूदाने में शरीर के लिए जरूरी प्रोटीन, मिनरल्स, कार्बोहाइड्रेट सहित बहुत कुछ है।
साबूदाना शरीर लिए बहुत फायदेमंद है इसमें कैशियम और मैग्निशयम से भरपूर होता है। जो हड्डियों को मजबूत बनाता है और टूटने से बचाता है। न्यूट्रिशन से भरपूर डाइट होने से साबूदाना शरीर को पर्याप्त एनर्जी देता हैं जिससे व्रत के दौरान शरीर मेंस्फूर्ति रहती है यानि शरीर एक्टिव रहता है।
आप साबूदाने की खिचड़ी बना सकते हैं, खीर बना सकते हैं, साबूदाने के बड़े बना सकते हैं। इसलिए हम तो कहेंगे कि आप नवरात्रि में माँ के नौ रूपों की मन लगाकर पूजा कीजिये, व्रत उपवास कीजिये लेकिन साबूदाना जरूर खाइये जो आपको व्रत में एनर्जी देगा जिससे आपकी स्फूर्ति बनी रहेगी।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....