किचन में कभी खत्म न होने दें ये 5 चीज़ें, जा सकती है सुख-समृद्धि।

Gaurav Sharma
Published on -

जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। रसोई को घर का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है, यही वो स्थान है जिसकी साफ सफाई पर भी सबसे ज्यादा जोर रहता है। जोर इसलिए भी रहता है कि पूरे घर के सेहत का दरवाजा रसोई से ही खुलता है। सेहत के अलावा घर की बरकत भी किचन की बदौलत ही होती है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक भी किचन की साफ सफाई, वहां सामान के रखने और भरने के तरीके और दिशा घर की सुख समृद्धि पर असर डालती है। इसलिए ऐसा मान जाता है कि कुछ वस्तुएं किचन में कभी खत्म नहीं होती, अगर ऐसा हुआ तो घर की बरकत पर उसका असर पड़ता है।

चलिए जानते हैं कौन सी हैं वो पांच वस्तुएं और क्यों है महत्वपूर्ण।

आटा

आटा हर हिंदुस्तानी परिवार में मिलता है, रोज के खाने में आटा एक जरूरी तत्व है जिससे रोटी हर घर में बनती है। अक्सर ऐसा होता है कि आटे का डिब्बा खाली होने के बाद उसमें आटा भरा जाता है। इस तरह की आदत से बचिए। सबसे पहले तो आटे के डिब्बे को कभी झाड़ कर खाली मत कीजिए, उसमें आटा खत्म होने से पहले ही आटा भर दीजिए। वास्तु के अनुसार ऐसा माना जाता है कि आटा झाड़ कर खाली करने से धन और सम्मान दोनों की हानि होती है।

हल्दी

हल्दी हर सब्जी और दाल में डलने वाला महत्वपूर्ण तत्व है। धार्मिक नज़रिए से भी इसे बहुत पवित्र माना गया है। ज्योतिष के अनुसार इसका संबंध सीधे गुरू ग्रह से होता है, इसलिए रसोई में हल्दी खत्म होने को गुरू दोष के बराबर भी माना जाता है, जिससे आपको धन की कमी हो सकती है। आपके करियर पर भी इसका असर पड़ सकात है। इसलिए हल्दी के डिब्बे को कभी खाली न होने दें। ये भी ध्यान रखें कि हल्दी कभी किसी से ली नहीं जाती, हल्दी न कभी उधार लें और न ही उधार दें।

चावल

हल्दी की तरह चावल का संबंध भी ज्योतिषिय ग्रह से है। चावल को शुक्र का प्रतीक माना गया है। शुक्र ग्रह ऐश्वर्य और भौतिक सुखों का प्रतीक होता है। घर में पति पत्नी के बीच मुधर संबंधों का एक कारक शुक्र ग्रह ही होता है। घर में स्नेह और मधुरता बनी रहे इसलिए जरूरी है कि चावल रसोई में कभी खत्म न हों।

नमक

नमक को राहु का पदार्थ माना गया है। वैसे तो ऐसी कोई रसोई नहीं होती जहां नमक के बिना काम चल सके, पर ये कोशिश हमेशा करें कि नमक कभी खत्म ही न हो। डिब्बा खाली हो उससे पहले ही उसमें नमक डाल दें। ऐसी मान्यता है कि नमक खत्म होने से राहु की कुदृष्टि पड़ने लगती है, जिसका असर काम और आर्थिक स्थिति पर पड़ता है। नमक का डिब्बा हमेशा भरा रहे और उसे साफ सुथरा भी रखें।

सरसों का तेल

सरसों का तेल पहले अधिकांश घरों में उपयोग किया जाता था। हेल्थ के लिए सजग होने के बाद नए नए तरीके के तेल घरों में आने लगे हैं, जिसकी वजह से सरसों का तेल हर घर में नहीं मिलता। अगर आपके घर में भी नहीं है तो कोशिश कर थोड़ा सा तेल लाकर रसोई में जरूर रखें। ये तेल शनि ग्रह से संबंध रखता है। सरसों का तेल घर में रखें और हो सके तो शनिवार को इसका ध्यान भी रखें।

 


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News