Parenting Tips: क्या आपका बच्चा भी जल्द ही भूल जाता है सबकुछ? टेंशन न लें, इन 5 तरीकों से करें मेमोरी बूस्ट

Parenting Tips: आपका बच्चा चीजें जल्दी भूल जाता है? क्या उसे पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है? चिंता न करें! कुछ सरल बदलाव करके आप अपने बच्चे की याददाश्त बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे टिप्स जो आपके बच्चे की मेमोरी पावर को बढ़ावा देंगे।

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Parenting Tips: बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए माता-पिता बहुत मेहनत करते हैं। बच्चों को एक से बढ़कर एक अच्छी से अच्छी सुख सुविधाएं देते हैं, जिससे कि बच्चों को किसी भी प्रकार की तकलीफ का सामना न करना पड़े। हर माता-पिता की यही ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा अच्छे से पढ़ाई लिखाई करें और जीवन में एक कामयाब इंसान बने। अगर आप भी अपने बच्चों को अच्छा इंसान और कामयाब इंसान बनना चाहते हैं तो आपको उसकी लाइफस्टाइल पर जरूर ध्यान देना चाहिए। बच्चों की कुछ बिगड़ी और अनहेल्दी लाइफस्टाइल उनकी मेमोरी पावर को कम कर देती है और उन्हें आलसी इंसान बना देती है। ऐसे में बच्चों की लाइफस्टाइल को बदलने की बेहद आवश्यकता होती है। आज हम आपको इस लेख के द्वारा बताएंगे कि अगर आप भी अपने बच्चों की मेमोरी पावर बढ़ाना चाहते हैं तो आपको किस प्रकार उसकी लाइफस्टाइल रखनी चाहिए, तो चलिए जानते हैं।

1. स्वस्थ आहार

सारे ही बच्चे जंक फूड की ओर आकर्षित होते हैं। बच्चों को अक्सर घर का खाना अच्छा नहीं लगता है। उन्हें चिप्स कुरकुरे या फिर अनहेल्दी जंक फूड खाना अच्छा लगता है। लेकिन इस प्रकार का खाना न सिर्फ बच्चों के शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत हानिकारक है। इसलिए बच्चों के दिमाग के लिए पोषक तत्वों से भरपूर आहार जरूरी है। फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, नट्स और डेयरी उत्पादों से भरपूर भोजन दें। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर मछली, अंडे और अखरोट भी याददाश्त बढ़ाने में मदद करते हैं। पानी की कमी से भी दिमाग पर बुरा असर पड़ता है, इसलिए बच्चों को भरपूर पानी पिलाएं।

2. भरपूर नींद

बच्चों को उनकी उम्र के अनुसार पर्याप्त नींद लेने की जरूरत होती है। छोटे बच्चों को 10-12 घंटे और बड़े बच्चों को 8-10 घंटे की नींद जरूरी है। नींद दिमाग को आराम देती है और याददाश्त मजबूत करती है। जब कभी भी नींद पूरी नहीं हो पाती है तो दिमाग थका हुआ महसूस होता है, जिस वजह से ना पढ़ाई में मन लगता है ना ही किसी और काम में।

3. नियमित व्यायाम

शारीरिक गतिविधि दिमाग के लिए भी उतनी ही जरूरी है जितनी कि शरीर के लिए। अक्सर बच्चे मोबाइल चलाते रहते हैं जिसके चलते बच्चों ने बाहर खेलना कूदना भी बंद कर दिया है। अत्यधिक स्क्रीन टाइम देखने से भी याददाश्त कमजोर हो जाती है। ऐसे में बच्चों को दिन में कम से कम 30 मिनट व्यायाम करने के लिए प्रोत्साहित करें।खेलकूद, दौड़ना, तैरना या साइकिल चलाना जैसी गतिविधियां याददाश्त बढ़ाने में मदद करती हैं।

4. दिमागी कसरत

बच्चों के दिमाग को सक्रिय रखने के लिए उन्हें दिमागी कसरत कराएं। पहेलियां, बुद्धिमानी वाले खेल, शतरंज या सुडूकू जैसी गतिविधियां दिमाग को तेज करती हैं और याददाश्त बढ़ाने में मदद करती हैं। बच्चों को नई चीजें सीखने के लिए प्रोत्साहित करें, जैसे कि कोई नया संगीत, इंस्ट्रूमेंट बजाना या कोई नई भाषा सीखना।

5. तनाव कम करें

तनाव दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और याददाश्त को कमजोर कर सकता है। बच्चों को तनावमुक्त रखने के लिए योग, ध्यान या गहरी सांस लेने के व्यायाम कराएं। बच्चों के साथ समय बिताएं, उनकी बात सुनें और उन्हें प्यार और समर्थन दें। इन टिप्स के अलावा, आप कुछ अन्य बातों का भी ध्यान रख सकते हैं, जैसे बच्चों को पढ़ाई के लिए शांत और आरामदायक माहौल दें। बच्चों को पढ़ाई के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक दें। बच्चों को पढ़ाई में मजेदार तरीकों से शामिल करें। बच्चों की तारीफ करें और उनकी हौसला अफजाई करें।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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