Personality Test: हमारे आसपास रहने वाले हर व्यक्ति का अपना स्वभाव और व्यक्तित्व है। उसका बातचीत करने का ढंग, रहन सहन और आदतें ही है, जिसके जरिए हम उसे पहचानते हैं। किसी के बोलने का तरीका हमें याद रह जाता है तो किसी की कोई आदत उसकी पहचान होती है।
वैसे स्वभाव से किसी के व्यक्तित्व का सही अंदाजा लगा पाना लगभग मुश्किल है क्योंकि कई बार स्वभाव केवल परिस्थितियों पर निर्भर होता है। परिस्थितियां अच्छे इंसान को भी बुरा व्यवहार करने पर मजबूर कर देती है और कई बार अपना काम निकालने के लिए बुरा व्यक्ति भी अच्छा व्यवहार करता है। ऐसे में किसी का सही व्यक्ति तो कैसे पता किया जाए यह अपने आप में एक मुश्किल सवाल है। वैसे स्वभाव के अलावा शरीर के अंगों का आकार भी बहुत कुछ बताता है आज हम पर की उंगलियों से व्यक्तित्व जानते हैं।
पैर की उंगली से व्यक्तित्व (Personality Test)
हर व्यक्ति के स्वभाव के साथ शारीरिक बनावट भी अलग होती है। किसी की हाइट लंबी होती है तो कोई छोटा होता है कोई मोटा होता है तो कोई दुबला पतला। व्यक्ति की यही चीजें उसके व्यक्तित्व को उजागर करने का काम करती है। चलिए आज पैरों की उंगली के आकार के आधार पर व्यक्तित्व के बारे में जानते हैं।
पहली और दूसरी उंगली
जिन लोगों के पैर की पहली और दूसरी उंगली बराबर होती है यह लोग बहुत अच्छे व्यक्तित्व के माने जाते हैं। यह काफी मेहनती होते हैं और किसी भी काम को पूरा करने में मेहनत करने से पीछे नहीं हटते। यह अपने दम पर सफलता की सीढ़ियां चढ़ते हैं और खूब नाम कमाते हैं। अपने काम की वजह से इन्हें काफी मान सम्मान मिलता है।
बराबर उंगलियां
कुछ लोगों के पैर की सभी उंगलियों की लंबाई लगभग एक समान होती है। जब आप उनके पैरों तो देखेंगे तो आपको सभी उंगलियां एक ही आकार में नजर आएंगी। इनकी उंगलियों में अंगूठी की लंबाई सबसे ज्यादा होती है। यह काफी व्यावहारिक होते हैं और रिसर्च के क्षेत्र में खूब नाम कमाते हैं। विज्ञान जैसे क्षेत्रों में इनकी काफी रुचि होती है।
लंबी और गोल
कुछ लोगों के पैरों की उंगलियां लंबी होती है और इनमें गोलाई नजर आती है। यह लोग बातचीत करने में काफी निपुण होते हैं। यह सफलता के दम पर खूब सारी धन दौलत कमाते हैं। इनकी सफलता इन्हें मान सम्मान भी दिलवाती है।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।