Skin Care: तनाव सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य को ही प्रभावित नहीं करता, बल्कि यह आपकी त्वचा को भी नुकसान पहुंचा सकता है। अत्यधिक तनाव त्वचा से जुड़ी कई समस्याओं का कारण बन सकता है। जब हम तनावग्रस्त होते हैं, तो हमारे शरीर में हार्मोन में बदलाव आते हैं जो त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे मुहांसे, त्वचा की सूजन, एक्जिमा, और समय से पहले बूढ़ा दिखना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा के स्वास्थ्य के लिए भी तनाव को कम करना बहुत जरूरी है।
हार्मोनल असंतुल होने लगता है
तनाव के कारण शरीर में हार्मोनल असंतुलन होता है, विशेषकर कॉर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। यह बढ़ा हुआ कॉर्टिसोल त्वचा के तेल ग्रंथियों को अधिक सक्रिय कर देता है, जिससे त्वचा पर अतिरिक्त तेल का उत्पादन होता है। यह अतिरिक्त तेल रोमछिद्रों को बंद कर देता है और बैक्टीरिया को बढ़ने का मौका देता है, जिसके परिणामस्वरूप मुहांसे या एक्ने हो जाते हैं। इसलिए, तनाव को कम करना मुहांसों को नियंत्रित करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ता है
तनाव न केवल मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है बल्कि यह आपकी त्वचा को भी उम्र से पहले बूढ़ा बना सकता है। जब आप तनावग्रस्त होते हैं, तो आपके शरीर में कॉर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। यह हार्मोन त्वचा की कोलेजन और इलास्टिन प्रोटीन को नुकसान पहुंचाता है, जो त्वचा की लोच और मजबूती के लिए ज़िम्मेदार होते हैं। कोलेजन और इलास्टिन के कम होने से त्वचा ढीली हो जाती है और झुर्रियां पड़ने लगती हैं। इसलिए, लंबे समय तक तनाव में रहने से त्वचा समय से पहले बूढ़ी दिखने लगती है।
सूजन होने लगती है
तनाव के कारण त्वचा पर सूजन या स्ट्रेस हाइव्स हो सकते हैं। ये सूजन त्वचा पर लाल धब्बे के रूप में दिखाई देते हैं और अक्सर खुजली के साथ होते हैं। स्ट्रेस हाइव्स तनावपूर्ण स्थिति के तुरंत बाद या कुछ समय बाद भी दिखाई दे सकते हैं। ये सूजन कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक रह सकते हैं। अगर आप तनावग्रस्त महसूस कर रहे हैं और आपकी त्वचा पर सूजन दिखाई दे रही है, तो बेहतर होगा कि आप किसी त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
डिहाइड्रेशन की समस्या
तनाव के कारण शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है, जिसका सीधा असर हमारी त्वचा पर पड़ता है। जब हम तनावग्रस्त होते हैं, तो हम अक्सर पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं। पानी की कमी से त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। इसके अलावा, आंखों के नीचे काले घेरे और सूजन जैसी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। तनाव के कारण नींद की कमी भी होती है, जो डिहाइड्रेशन को और बढ़ा सकती है। इसलिए, तनाव को कम करने और पर्याप्त पानी पीने से त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है।