Homemade Fertilizer: हरे-भरे पौधे और रंग-बिरंगे फूल वाले पौधे लगाने का शोक सभी कोहोता है। जिसके चलते लोग अपने घर की बालकनी और छत पर तरह-तरह के पौधे लगाते हैं। इन पौधों की खूब देखभाल भी करते हैं, लेकिन देखभाल करने के बावजूद भी अचानक पौधों की ग्रोथ रुक जाती है। पर्याप्त पानी, पर्याप्त सूर्य की रोशनी देने के बात भी ग्रोथ बढ़ती नहीं है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा कब और क्यों होता है? दरअसल ऐसा तब होता है जब पौधों को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं, तब पौधों की ग्रोथ अचानक रुक जाती है और धीरे-धीरे पौधे मुरझाने लगते हैं और सूखने लगते हैं। ऐसी स्थिति में लोग बाजार में मिलने वाले महंगे महंगे फर्टिलाइजर का भी इस्तेमाल करते हैं। जिम थोड़े बहुत केमिकल जरूर पाए जाते हैं। अगर आप अपने पौधों की ग्रोथ के लिए प्राकृतिक फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो आप आसानी से घर की कुछ चीजों को इस्तेमाल करके प्राकृतिक फर्टिलाइजर बना सकते हैं। इन प्राकृतिक फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करने से पौधे हरे भरे और स्वस्थ रहेंगे।
घर पर कैसे बनाएं प्राकृतिक फर्टिलाइजर
सोयाबीन से बनाएं लिक्विड फर्टिलाइजर
सामग्री
1 कप सोयाबीन
2 कप पानी
1 बोतल
विधि
1. सोयाबीन को रात भर पानी में भिगो दें।
2. अगले दिन, भिगोए हुए सोयाबीन को पानी से निकाल लें और उन्हें अलग रख दें।
3. बचे हुए पानी को छान लें और इसे एक बोतल में भर लें।
4. बोतल को ढक्कन से बंद कर दें और इसे ठंडी, अंधेरी जगह पर स्टोर करें।
कैसे करें इस्तेमाल
आप सोयाबीन के इस लिक्विड फर्टिलाइजर को एक बोतल में भरकर रख सकते हैं। अगर आप स्प्रे बोतल में भरते हैं तो यह और भी ज्यादा अच्छा रहेगा। अब बोतल की मदद से पौधों की पत्तियों पर फर्टिलाइजर का स्प्रे करें। लेकिन एक बात का विशेष ध्यान रखिए आपको इस फर्टिलाइजर को सीधे पत्तियों पर नहीं छिड़कना है बल्कि पानी में मिलाकर छिड़कना है। ऐसा करने से पत्तियों पर कीड़े चिपकेंगे नहीं। आप इस सोयाबीन लिक्विड फर्टिलाइजर का इस्तेमाल हफ्ते में दो बारकर सकते। लेकिन इस बात का ध्यान रखें पहले आप इस लिक्विड फर्टिलाइजर का इस्तेमाल पौधे के छोटे से हिस्से में करें ताकि अगर किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट आपको नजर आए तो आप इस फर्टिलाइजर का इस्तेमाल न करें। सोयाबीन से बना यह है लिक्विड फर्टिलाइजर नाइट्रोजन का एक अच्छा स्रोत है, जो पौधों की वृद्धि और विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह एक प्राकृतिक और किफायती विकल्प है जो रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को कम करने में मदद कर सकता है।
चावल के पानी से बनाएं लिक्विड फर्टिलाइजर
चावल बनाने के बाद बचा हुआ पानी, जिसे “मांड” भी कहा जाता है, पौधों के लिए एक बेहतरीन फर्टिलाइजर हो सकता है। यह स्टार्च और एनपीके (नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम) का एक अच्छा स्रोत है, जो पौधों के विकास और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं।
चावल के पानी का उपयोग कैसे करें
1. जब आप चावल धोते हैं, तो पहले पानी को एक अलग बर्तन में इकट्ठा कर लें। यह पानी स्टार्च से भरपूर होता है और इसका उपयोग पौधों को पानी देने के लिए किया जा सकता है।2. चावल पकाने के बाद बचा हुआ पानी भी मांड के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। बस ध्यान रखें कि इसमें नमक न हो।
3. पौधों को पानी देते समय, मांड को पानी से 4:1 के अनुपात में पतला करें।
4. आप पत्तियों पर मांड का छिड़काव भी कर सकते हैं। ऐसा करने से पौधे पोषक तत्वों को सीधे अवशोषित कर पाएंगे।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।