Katak City : भारत विविधताओं से भरा हुआ देश है। यहां सालों भर एक-से-बढ़कर एक महत्वपूर्ण त्यौहार मनाया जाते हैं। हर गली-मोहल्ले में मंदिर मिलेंगे, जहां भक्तों की भीड़ होती है। वैसे तो हर राज्य की अपनी अलग-अलग संस्कृति और परंपरा होती है, जो स्थानीय लोगों के साथ-साथ विदेशियों को भी काफी आकर्षित करती है। कुछ शहर और राज्य तो ऐसे भी हैं, जिन्हें उनके उपनाम या फिर उनकी फेमस चीजों से पहचाना जाता है। कई बार आपने अपने इर्द-गिर्द ऐसी बहुत सारी चीजें देखी होगी, जो आपके शहर को बाकि शहरों से अलग बनाती है। यह देखने और सुनने में काफी अद्भुत और अनोखी होती है, लेकिन इसके बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी होती है।
हालांकि, आजकल हाई टेक्नोलॉजी का जमाना है। ऐसे में किसी भी चीज की जानकारी के लिए लोगों को ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ता, बल्कि वह इंटरनेट के माध्यम से अपने हर सवाल का जवाब बहुत ही आसान और जल्दी पा लेते हैं।
अनोखा शहर (City)
आज हम आपको भारत के उस शहर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे सीधा लिखा जाए या उल्टा इसका मतलब नहीं बदलता। यह सुनने में बड़ा ही आश्चर्यजनक है, लेकिन भारत में एक ऐसा शहर भी मौजूद है, जिसे चाहे आप जिस तरह भी लिख लें इसका मतलब ज्यों का त्यों ही रहता है। कई बार इस सवाल को बड़े-बड़े प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछा जाता है, इसलिए इस सवाल का जवाब उन स्टूडेंट्स के लिए जरूरी है जो कॉम्पिटेटिव एग्जाम्स की तैयारी में लगे हुए हैं। इसके अलावा, आम लोगों को भी जनरल नॉलेज से जुड़ी ऐसी जानकारी हासिल करते रहनी चाहिए।
उड़ीसा में है स्थित
दरअसल, यह शहर भारत के उड़ीसा राज्य में स्थित है। जिसका नाम “कटक” है। इसे चाहे बांग्ला, इंग्लिश, हिंदी या उड़िया में सीधा लिखा जाए या फिर उल्टा इसका अर्थ नहीं बदलता। शहर के इतिहास की बात करें, तो यह लगभग एक हजार साल पुराना माना जाता है। यहां की विरासत, संस्कृति, रहन-सहन, खान-पान, बोल-चाल, भाषा इसे बाकि सभी शहरों से अलग बनाती है। कटक को मिलेनियम सिटी या सिल्वर सिटी के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर अधिकतर लोग चांदी के कार्य करते हैं।
करें एक्सप्लोर
यह शहर महत्वपूर्ण वाणिज्य केंद्र हैं। यहां भारत का सबसे बड़ा और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार मेला लगता है। इस शहर में चंडी देवी की मंदिर स्थापित है, जिसे महानदी तट के किनारे बनाया गया है। ऐसी मान्यता है कि यहां पर सच्चे मन से मांगी गई भक्तों की सभी मुरादे पूरी होती है। यह उड़ीसा का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, जो पूर्व राजधानी भी रहा है। यदि आप भी इस शहर को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो दुर्गा पूजा के समय यहां अपने पार्टनर, फ्रेंड्स या फैमिली के साथ जा सकते हैं। यहां 24 घंटे बस, ट्रेन, टैक्सी, आदि की सुविधा उपलब्ध है।