पढ़ने में नहीं लग रहा बच्चे का मन, इन उपायों से झट से बढ़ जाएगी कंसन्ट्रेशन पावर

जीवनशैली,डेस्क रिपोर्ट। स्कूल खुल चुके हैं। पूरे दो साल बाद बच्चों को नियमित स्कूल जाने का मौका मिल रहा है। अचानक ढेर सारा होमवर्क, घंटो याद करने वाले पाठ भी मिल ही रहे होंगे। लेकिन बच्चा है कि पढ़ाई की टेबल पर टिकता ही नहीं है। पढ़ने में उसका मन लगता ही नहीं है। ये शिकायतें अगर आपको भी हैं तो बच्चों की काउंसलिंग तो करते ही रहें। साथ ही वास्तु से जुड़े कुछ उपाय भी आजमा कर देखें। जो आपके बच्चों का मन पढ़ाई में लगाने में मददगार हो सकते हैं। जिनसे उसके पढ़ाई वाले कमरे और टेबल के आसपास ऐसी पॉजिटिव एनर्जी होगी कि उसका मन पढ़ाई में लगने लगेगा।

ज्यादा सामान न रखें
जिस जगह बच्चा पढ़ाई करता है वहां आसपास ज्यादा सामान न हो। इस बात का ध्यान रखें। खासतौर से ऐसा सामान बिलकुल नहीं होना चाहिए जिसका इस्तेमाल बहुत कम या बिलकुल नहीं होता हो। ऐसी चीजें निगेटिव एनर्जी का केंद्र बन जाती हैं।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”