Video : स्पर्श की भाषा है बहुत खास, दूर होता है तनाव, मिलता है भावनात्मक संबल

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। स्पर्श की भाषा बहुत संवेदी होती है। जो बात हजार शब्द नहीं कह पाते, वो एक स्पर्श कह देता है। इसीलिए हम खुशी में झूमकर किसी के गले लग जाते हैं तो दुखी होने पर भी बस हाथ पर किसी का तसल्ली भरा स्पर्श ही काफी होता है। ये स्पर्श हमें भावनात्मक संबल देता है और राहत भी।

CG Weather: मानसून की सक्रियता बढ़ी, 15 जिलों में भारी बारिश-बिजली गिरने की चेतावनी, रेड-ऑरेंज अलर्ट जारी

विज्ञान ने भी टच थेरेपी (Touch therapy) को मान्यता दी है। अपनों का प्यार भरा स्पर्श बहुत सारे तनाव और दुश्चिंताएं दूर करने का काम करता है। अगर कोई किसी एंग्जाइटी या स्ट्रेस से गुजर रहा है तो उसे सबसे पहले मां की याद आती है। वो मां की गोद में जाना चाहता है, उनका स्पर्श पाना चाहते हैं। इसके अलावा किसी और प्रियजन का स्पर्श भी उसे राहत देता है। कई बार तो कोई अनजान भी अगर ऐसे समय में गले लगा ले (hug) या हाथ पकड़ ले तो मन को तसल्ली मिल जाती है। वहीं खुशी में भी हम किसी के साथ गले लगकर या हाथ थामकर उसे बांटना चाहते हैं। कुछ रिसर्च में कहा गया है कि अपनों के स्पर्श से महिलाओं में ऑक्सीटोसिन (oxytocin) हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। इससे उन्हें खुशी महसूस होती है। ये एक स्ट्रेस बस्टर का काम भी करता है।


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।