Relationship Tips : किसी भी रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए उसमें बातचीत होना बेहद जरूरी है। जब दो लोगों के बीच कोई रिश्ता बनता है, तो शुरुआती दौर में वह अनजान होते हैं इसलिए उन्हें एक-दूसरे की पसंद नापसंद का ख्याल रखना पड़ता है। उन्हें एक दूसरे को समय देना पड़ता है, ताकि वह जान सके कि सामने वाले को क्या पसंद है और क्या नहीं पसंद है। इसके अलावा, रिश्ते में प्यार, भरोसा और विश्वास का होना भी बेहद जरूरी है। हालांकि, हर किसी का अपना एक पास्ट होता है, जरूरी नहीं कि उसे पास्ट के कारण आप अपने वर्तमान को खराब कर दें। क्योंकि वर्तमान के खराब होते ही आपका फ्यूचर अपने आप बर्बाद हो जाएगा। इसलिए बिना फ्यूचर और पास्ट को सोचे हुए वर्तमान को बेहतरीन बनाने का प्रयास करें। इससे आपका आने वाला जीवन अपने आप खुशहाली से भर जाएगा। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे रिलेशनशिप टिप्स बताते हैं, जिन्हें अपनाकर आप भी अपने बॉन्ड को मजबूत बना सकते हैं।
अपनाएं ये टिप्स
- आजकल ऐसा देखा जाता है कि बच्चे मोबाइल और गैजेट्स की दुनिया में इतनी ज्यादा खोए रहते हैं कि वह अपने पेरेंट्स से धीरे-धीरे दूर होते चले जाते हैं। केवल बच्चे ही नहीं बल्कि माता-पिता भी अपनी व्यस्त जीवन में समय नहीं निकाल पाते। घर के काम और ऑफिस के काम को मैनेज करते हुए अपने बच्चों को वह पर्याप्त समय नहीं दे पाते, जिस कारण उनकी बॉन्डिंग मजबूत नहीं हो पाती। अगर आप भी उन बच्चों में शामिल है, जो अपने पेरेंट्स के साथ वक्त गुजारना चाहते हैं और अपने रिश्ते को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो आज इस आर्टिकल में बताए गए टिप्स को अप्लाई करें।
- पेरेंट्स और बच्चों के बीच की दूरी का सबसे बड़ा कारण कम्युनिकेशन गैप होता है। अगर दोनों ही तरफ से इस कम कर दिया जाए, तो रिश्ते में अपने आप मजबूती चली आएगी। दरअसल, बच्चे जब थोड़े बड़े होते हैं तो वह अपनी शिक्षा और करियर को लेकर इतने ज्यादा गंभीर हो जाते हैं कि वह उसी में खोए रहते हैं कि उन्हें अपनी लाइफ में कुछ करना है, तो इधर माता-पिता अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए दिन रात मेहनत करते हैं, जिस कारण दोनों ही तरफ से व्यस्तता अधिक होती है और वह एक दूसरे के लिए समय नहीं निकाल पाते। जिस कारण कम्युनिकेशन गैप बढ़ जाता है। इसके लिए आपको दिन भर में थोड़ा वक्त निकाल कर एक दूसरे से बातचीत करनी चाहिए। जीवन में चल रही समस्याओं और उनके समाधान के बारे में विचार विमर्श करना चाहिए। पेरेंट्स को अपने बच्चों की मन की बात को सुननी चाहिए, उसे समझनी चाहिए और उसपर अपनी राय रखनी चाहिए।
- अगर बच्चे अपने माता-पिता से दूर रहते हैं, जिस कारण उनकी बॉन्डिंग अच्छी नहीं बन पा रही है तो इस चीज को सुधारने के लिए उन्हें समय-समय पर अपने माता-पिता को कॉल करते रहना चाहिए। आजकल फोन का जमाना है, तो कुछ भी इंपॉसिबल नहीं है। अपने माता-पिता को दिन भर में हमेशा फोन करते रहे, ताकि उनकी चिंता भी दूर होती रहेगी और आप दोनों के बीच की बॉन्डिंग भी मजबूत होगी
- अगर आप बाहर रहते हैं और वीकेंड पर घर आते हैं या फिर घर पर ही रहते हैं, तो कोशिश करें कि सुहावने मौसम या फिर वीकेंड में अपने पेरेंट्स के साथ कहीं भी घूमने के लिए जाए। इससे आप लोग एक दूसरे के लिए पर्याप्त समय भी निकाल पाएंगे और सभी का माइंड डाइवर्ट होगा, जिससे उन्हें अच्छा भी लगेगा। लाइफ में इन सभी एक्टिविटीज का रिश्तों पर काफी गहरा असर पड़ता है। इसलिए कोशिश करें कि अपने पेरेंट्स की पसंदीदा जगह पर उन्हें घूमने के लिए लेकर जाए।
- बच्चे अपने भविष्य को लेकर क्या सोचते हैं, कई बार वह अपने माता-पिता से यह बात कह नहीं पाते क्योंकि बातचीत की कमी के कारण उन्हें अपनी बातें शेयर करने में दिक्कत होती है। इन सब चीजों को दरकिनार करते हुए आप अपने भविष्य में क्या बनना चाहते हैं, क्या करना चाहते हैं या आपके जीवन में क्या चल रहा है यह उनसे जरूर शेयर करें क्योंकि अच्छे या फिर बुरे वक्त में केवल और केवल आपके माता-पिता ही काम आएंगे। इसलिए उन्हें हर एक बात की जानकारी दें, ताकि आप कभी किसी मुसीबत में भी फंसे तो वह आपकी मदद कर पाएं।
- अपने माता-पिता के लिए कुछ सरप्राइस प्लान कर सकते हैं। उनके बर्थडे या फिर एनिवर्सरी को खास बनाएं। इससे उन्हें अच्छा लगेगा या फिर आप समय मिलने पर उन्हें प्यार जता सकते हैं। आप उन्हें आई लव यू कह सकते हैं या फिर गले लगा सकते हैं। जिस दिन आपको खाना बहुत अच्छा लगे आप अपनी मां की तारीफ भी कर सकते हैं। किसी गंभीर मुद्दे पर बात करनी हो, तो आप अपने पिता से बैठकर बात कर सकते हैं। इससे दोनों के बीच संकोच खत्म होगा और बॉन्डिंग भी मजबूत होगा।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)