Fri, Dec 26, 2025

MP Tourism : 7 साल में 125 कारीगरों ने बना कर तैयार की पितरेश्वर हनुमान की मूर्ति, ऐसे पहुंचे

Written by:Ayushi Jain
Published:
MP Tourism : 7 साल में 125 कारीगरों ने बना कर तैयार की पितरेश्वर हनुमान की मूर्ति, ऐसे पहुंचे

MP Tourism : मध्यप्रदेश का दिल इंदौर शहर लगातार नए-नए नवाचार कर देश में विकास करने में सबसे आगे रहा है। इस शहर में 10 लाख से ज्यादा आबादी है। इंदौर को एमपी की वाणिज्यिक राजधानी कहा जाता है। इतना ही का लोग इसे मिनी मुंबई के नाम से भी जानते हैं। इंदौर में घूमने के लिहाजे से एक से बढ़कर एक जगहें मौजूद है। इन दिनों सबसे ज्यादा पर्यटक इंदौर की सैर पर आ रहे हैं।

यहां के ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों को देख खुश हो रहे हैं। इतना ही नहीं यहां के जायके का स्वाद चख उनका मन गदगद हो जाता है। अगर आप भी इंदौर घूमने आने का प्लान गर्मियों की छुट्टी में कर रहे हैं तो ये बेस्ट जगहों में से एक हो सकता है। यहां आपको घूमने के साथ खाने के लिए सबसे ज्यादा चीज़ें मिल जाएंगी।

हालांकि आज हम आपको इंदौर की सबसे बेस्ट लोकेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जहां हर दिन लोगों की भीड़ देखने को मिलती हैं। हम बात कर रहे हैं इंदौर के पितृ पर्वत धार्मिक स्थल की। ये घूमने के लिहाजे से सबसे शानदार जगहों में से एक हैं। यहां हनुमान जी की बहुत बड़ी मूर्ति स्थापित है।

जिसे देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। ये जगह धार्मिक होने के साथ-साथ प्राकृतिक नजारों से भरपूर हैं। यहां से शहर का नजारा देखने को मिलता है। लोग इस यहां पर पिकनिक मनाने के लिए आते हैं। यहां बहुत बड़े बड़े दो गार्डन बने हुए है। आप भी यहां घूमने के लिए जा सकते हैं चलिए जानते हैं पितृ पर्वत के बारे में विस्तृत जानकारियां –

MP Tourism : 7 साल में बनाकर तैयार किए गए पितरेश्वर हनुमान 

पिरत पर्वत अपनी सुंदरता के साथ साथ हनुमान जी की सबसे बड़ी मूर्ति के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। यहां बनी पितरेश्वर हनुमान की मूर्ति को करीब 125 कारीगरों ने मिल कर बनाया है। इसे बनाने के लिए कारीगरों को 7 साल लग रहे। आज सोशल मीडिया पर हर जगह यहां की वीडियो और फोटो वायरल होती रहती हैं। अहिल्या की नगरी हनुमान मंदिरों के लिए खास है। यहां बनी मूर्ति करीब 108 टन वजनी है। ये 72 फीट उंची मूर्ति दूर से ही नजर आ जाती है।

हनुमानजी के चारों ओर 5 हाइमास्ट लगे हुए हैं। रात के वक्त यहां का नजारा देखने लायक रहता है क्योंकि यहां का लाइट शो लोगों का मन मोह लेता हैं। कहा जाता है कि पितरेश्वर हनुमान के पूजन से पितृदोष से मुक्ति मिलती है। इस मंदिर में जर्मन से मंगाई गई विशेष दो करोड़ की लेजर लाइट लगाई गई है। जो आकर्षण का केंद्र है। यहां पर मंगलवार और शनिवार को भक्तों की कतार लगती है। पितृ पर्वत पर मंदिर की स्थापना 125 साल पहले हुई थी।

आप अगर यहां जाना चाहते हैं तो आप ऑटो, बस, टू व्हीलर आदि से यहां पहुंच सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको एयरपोर्ट रोड आना होगा। वहां से आप सीधा गांधी नगर तरफ जाएंगे तो आपको पितृ पर्वत का रास्ता दिखेगा। वहां से आपको सीधे सीधे जाना है। दूर से ही आपको हनुमान जी की मूर्ति देखने को मिल जाएगी। ऐसे में आप वहां जा सकते हैं।