Mahakal Mandir: टनल निर्माण के बाद 8 लेन से होंगे महाकाल के दर्शन, श्रद्धालुओं के लिए बनेंगे 2 हजार कमरे

Diksha Bhanupriy
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Mahakal Mandir Ujjain: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर का इन दिनों तेजी से विस्तारीकरण चल रहा है। पहले चरण के काम पूरा होने के बाद अब दूसरे चरण के काम स्पीड से किए जा रहे हैं। फिलहाल चल रहे कामों के 31 अगस्त तक पूरा होने की बात कही जा रही है। मंदिर में टनल निर्माण पूरा होने के बाद 8 लेन के जरिए रोजाना लगभग 3 से 4 लाख श्रद्धालु आराम से मंदिर में दर्शन कर सकेंगे।

तेजी से चल रहा महाकाल विस्तारीकरण

महाकाल मंदिर के विस्तारीकरण के बारे में जानकारी देते हुए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि निर्माण कार्यों के बीच एक से डेढ़ लाख श्रद्धालुओं को रोजाना दर्शन करवाना बहुत चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। उन्होंने बताया कि अब से 15 दिन में मंदिर के बारे में जानकारी दी जाएगी कि यहां पर कितनी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं और कितनी दान राशि और सामग्री आ रही है। उन्होंने बताया कि दान देने वाले श्रद्धालुओं की कोई कमी नहीं है और बढ़-चढ़कर लोग दान देने के लिए आ रहे हैं।

बनेगा दान का सिस्टम

महाकालेश्वर मंदिर में दान देने वालों की तो वैसे कमी नहीं है, लेकिन प्रशासन चाहता है कि इसका एक सिस्टम हो जिसकी प्लानिंग चल रही है। यहां पर एक वीआईपी लाउंज बनाया जाएगा जिसमें श्रद्धालु बैठ कर बात कर सकेंगे। वो यहां मंदिर के भविष्य की प्लानिंग और कामों के बारे में जानकारी जुटाकर यह तय कर पाएंगे कि वह किस काम के लिए कितना दान देना चाहते हैं।

 

श्रद्धालुओं के लिए 2 हजार कमरे

जानकारी के मुताबिक हरी फाटक ब्रिज के पास शिप्रा नदी के समीप 40 एकड़ जमीन खाली पड़ी हुई है। इस जगह पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 2000 कमरों का निर्माण करने की प्लानिंग की जा रही है और एक यूनिटी हॉल भी बनाया जा रहा है। जैसे ही फेज 2 का काम कंप्लीट हो जाएगा श्रद्धालुओं के लिए मिलने वाली सुविधाओं में बढ़ोतरी हो जाएगी।

चलित भस्म आरती

इस बार अधिक मास होने के चलते महाकालेश्वर की 10 सवारियां निकलने वाली है। 10 जुलाई को पहली सवारी के बाद 21 अगस्त को नाग पंचमी के दिन भी सवारी निकली जाने वाली है। वही 11 सितंबर को शाही सवारी ठाट बाट से निकलेगी।

प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लिए गए निर्णय के मुताबिक 4 जुलाई से 11 सितंबर तक बाबा महाकाल की भस्म आरती का समय जल्दी किया जाएगा। पूरे सावन मास में यह समय तड़के 3 बजे का होगा और सोमवार के दिन भस्म आरती 2.30 बजे होगी।

यह भी तय किया गया है कि कार्तिकेय मंडपम की अंतिम 3 पंक्तियों से श्रद्धालुओं को चले तो भस्म आरती के दर्शन करने की व्यवस्था दी जाएगी ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु बाबा की आरती का लाभ उठा सकें।

वीआईपी का प्रवेश

कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि सावन के दौरान सोमवार को बेगम बाग के रास्ते वीआईपी दर्शन कराया जाएगा। साथ ही मंदिर में प्रवेश गेट नंबर 1 से कराया जाएगा।

सवारी मार्ग पर की जाने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में भी चर्चा की गई है। विगत महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं के लिए जिस तरह से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थी नाग पंचमी पर भी वैसे ही सुविधाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था करना तय हुआ है। जगह जगह पर स्थाई जूता स्टैंड भी बनाए जाएंगे इसी के साथ महाकाल लोक में 10 बड़ी स्क्रीन लगेगी, जिनसे भक्त बाबा को निहार सकेंगे।


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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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