अलीराजपुर,यतेन्द्रसिंह सोलंकी। कोरोना के इस संकटकाल के दौर में भी भाजपा की सरकार ओछी राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है। शिवराजसिंह की सरकार गांवो के विकास में पुरी तरह से विफल साबित हो रही है। सिर्फ उपचुनाव वाले क्षेत्रों में सौगाते दी जा रही है और आदिवासी बाहुल्य जिलो के साथ भेदभाव किया जा रहा है। आज आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में आदिवासी बहुत परेशान है, पीला मोजेक से उनकी फसले बर्बाद हो चुकी है, यूरिया व खाद उन्हे नहीं मिल पा रहा है, बेतहासा बिजली के बील भेजे जा रहे है। प्रशासनिक मशीनरी गांवों के विकास और ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करने में कोई रूचि नहीं ले रही है। आज गांव गांव में ग्रामीण लोगों को विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड रहा है। ये बात विधायक मुकेश पटेल ने विधानसभा क्षेत्र के गांवों आम्बाडबेरी, झडौली, चांदपुर, नीचावास, मोरियागांव, चैहजी आदि में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कही। आगे उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को घबराने की जरूरत नहीं है, उनकी हर समस्या का समाधान करने के लिए मैं कोई कसर नहीं छोडुंगा, चाहे इसके लिए सडकों पर ही क्यों न उतरना पडे। कांग्रेस पार्टी उनके हक की लड़ाई में हमेशा उनके साथ खडी है।
जनसुनवाई में ग्रामीणों ने बताई समस्याएं, निराकरण का दिया आश्वासन
इस दौरान ग्रामीणों ने विधायक पटेल को नवीन डीपी, सीसी रोड, पुलिया, क्षे़त्र में राशन दुकाने समय पर नहीं खुलने, पात्रता अनुसार राशन नहीं दिए जाने, विधवा व वृद्धावस्था और दिव्यांग पेंशन नहीं मिलने जैसी समस्याएं बताई। जिस पर विधायक पटेल ने हर समस्या का निराकरण करवाने का आश्वासन दिया। ग्रामीनो ने बताया कि पीला मोजेक से फसले पूरी तरह से खराब हो गई है, जिसका हमें पूर्ण मुआवजा दिलवाया जाए। जिस पर विधायक पटेल ने कहा कि सरकार ने यदि क्षेत्र के ग्रामीणों को फसलों का शत प्रतिशत मुआवजा नहीं दिया तो विशाल आंदोलन किया जाएगा।
विधायक पटेल ने दिए निर्देश
मोरयिागांव में सोसायटी में राशन नहीं मिलने और सचिव के नियमित नहीं आने की समस्या भी ग्रामीणों ने बताई। जिस पर विधायक पटेल ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने झडौली के वेलार फलिया में विगत पांच साल से स्कूल बना होने के बावजूद भी शिक्षक नियुक्त नहीं होने की समस्या बताई। जिस पर विधायक पटेल ने शीघ्र ही शिक्षक को पदस्थ करवाने का आशवासन दिया। इस दौरान राजु रूपाल चांदपुर, दौलत वास्कले बोकडिया, लल्ला, खुमान, बालु पटेल, वीनु फलिया महु नारू, लालसिंह मोरियागांव, झडौली सरंपच जयंती भाई, नीचावास सरपंच कुंवरसिंह, सुरतान सामरा, श्याम राठौड सेंडी, जुनैद कुरैशी ईडा रावत आदि मौजूद थे।