मध्यप्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस कार्यकर्ता को यह घोषणा करना पड़ गया भारी

Pooja Khodani
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अशोकनगर, हितेन्द्र बुधौलिया। मध्यप्रदेश (By-election) की अशोकनगर विधानसभा से ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के साथ दल बदलने वाले बीजेपी प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी (Jajpal Singh Jadji) ने कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे (Asha Dohare) को 14542 वोटों से हराया है।खास बात ये है कि 2018 विधानसभा चुनाव (2018 Assembly Election) में भी इसी सीट से जजपाल सिंह जज्जी की जीत हुई थी, हालांकि तब वे कांग्रेस में थे। इधर, कांग्रेस प्रत्याशी की हार से आहत होकर एक कार्यकर्ता ने मुंडन करा लिया है।

उपचुनाव से पहले एक कार्यकर्ता ने कॉंग्रेस की हार पर मुंडन कराने की घोषणा की थी।अब चुनाव परिणाम आने और सोशल मीडिया पर मुंडन कराने की घोषणा के बाद आज बुधवार को एक कार्यकर्ता ने तुलसी पार्क पर अपने एक साथी के साथ मुंडन करा लिया। युवक कांग्रेस के जिला महामंत्री हेमंत रघुवंशी (Hemant Raghuvanshi) एवं उनके एक साथी नीरज रघुवंशी ने परिणाम के दूसरे दिन हो मुंडन करा लिया।

दरअसल, फेसबुक के माध्यम से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को कांग्रेस प्रत्याशी के जीत ना पाने पर मुंडन कराने की घोषणा महंगी पड़ गई ।10 नवंबर मंगलवार को जैसे ही चुनाव परिणाम घोषित हुए, लोगों ने इनसे सवाल करना शुरू कर दिए थे और सोशल मीडिया (Social Media) पर भी चर्चा शुरू हो गई थी कि वह कब मुंडन कराएंगे।

हेमंत का कहना है कि उन्होंने फेसबुक (Facebook) के माध्यम से गांधी पार्क पर सार्वजनिक रूप से मुंडन कराने की बात कही थी क्योंकि आज दीपावली (Diwali) त्यौहार के कारण बाजार लगा है और भीड़ अधिक होने के कारण उन्होंने तुलसी पार्क पर अपना मुंडन करा लिया है साथ ही उनका कहना है कि हार से टूटे नहीं है। जनादेश का सम्मान करते उन्होंने मुंडन कराया है। साथ ही उनका कहना है कि वह कांग्रेस के कार्यकर्ता बने रहेंगे।

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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