Balaghat News : मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले से एक बड़ी खबर आ रही है जहाँ नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 08 टॉवर के पास बियर की बॉटल को फोड़कर युवक की गले रेतकर हत्या करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने घटना के चंद घंटे बाद ही आरोपी सागौन वन निवासी युवक अमन पिता मनीराम तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है। पहले इस मामले में मृतक अनुराग पिता दयाल मिश्रा की पत्नी ने अमन सहित आसिफ नाम के युवक का भी नाम लिया था। जिससे दो युवकों पर हत्या का शक किया जा रहा था। हालांकि पुलिस का कहना है कि चश्मदीद और परिजनों से पूछताछ में आरोपी अमन द्वारा ही युवक अनुराग मिश्रा की हत्या किये जाने की जानकारी मिली है। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
यह है मामला
घटना 30 जून की सुबह नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 08 धोबी गली की है, जहां टॉवर के पास हुई युवक की हत्या की वारदात ने सनसनी मचा दी। रूपयों के विवाद को लेकर युवक अमन ने टॉवर के पास बड़ी बियर की बॉटल को फोड़कर फूटी बॉटल से 25 वर्षीय युवक अनुराग पिता दयाल मिश्रा की हत्या कर दी। नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 13 निवासी अनुराग मिश्रा, अपने ससुराल आया था। एक वर्ष पूर्व उसका विवाह वार्ड क्रमांक 8 निवासी युवती से हुआ था। जो वर्तमान में अपने मायके में थी। पत्नी संजना की मानें तो सुबह दो युवक अमन और आसिफ आये, जो पति को पूछ रहे थे। इस दौरान पति घर पर नहीं थे। जब वह घर पहुंचे तो उन्हें युवकों के आने की जानकारी दी। जिसके बाद आये दोनो ही युवक ने पति को अपने साथ टॉवर के पास ले गये। जहां उसकी बियर की फूटी बॉटल से गले में हमला कर हत्या कर दी। घटना के बाद घायल अनुराग को जिला चिकित्सालय लाया गया लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।
पुलिस की मानें तो आरोपी और मृतक दोनो ही सागौन वन निवासी है, जिनके बीच रूपयों को लेकर विवाद होने के बाद यह घटना घटित हुई है। कोतवाली थाना प्रभारी कमलसिंह गेहलोत ने बताया कि आरोपी अमन ने युवक अनुराग को 30 हजार रूपये दिये थे। जिस राशि को अमन द्वारा वापस मांगा जा रहा था लेकिन अनुराग उसे टालमटोल कर रहा था। आज भी अमन, रूपये लेने अनुराग के पास गया था। जिसको लेकर दोनो में झूमाझटकी हुई और उसमें अमन ने बियर की बॉटल को फोड़कर उस पर हमला कर दिया। जिसमें अनुराग की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। आरोपी अमन पिता मनीराम तिवारी को युवक अनुराग की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है।
बालाघाट से सुनील कोरे की रिपोर्ट